श्रीनगर, गढ़वाल।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष के अवसर पर रविवार को श्रीनगर के सुभाष बस्ती में स्वयंसेवक एकत्रीकरण का आयोजन विजयदशमी उत्सव के रूप में किया गया।एकत्रीकरण में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचार प्रमुख संदीप सिंह राणा ने संघ की 100 वर्षों की गौरवपूर्ण यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ की ग्रह यात्रा त्याग, सेवा अनुशासन और समर्पण का अनुपम उदाहरण है। स्वयंसेवक आज अपने सेवा भाव, तपस्या, अनुशासित प्रयासों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाए हैं, जिसके परिणामस्वरूप आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संगठन बन गया है।संघ का प्रारंभ से ही नागरिकों के अंदर अनुशासन, सेवा, राष्ट्र भक्ति और त्याग की भावना विकसित करने का कार्य रहा है जो जाति पंथ प्रांत भाषा से ऊपर उठकर पूरे समाज में समरसता का भाव पैदा करता है। राणा ने बताया कि कहीं पर बाढ़, भूकंप या महामारी हो तो सबसे पहले संघ के स्वयंसेवक ही वहां पर सहायता के लिए पहुंचते हैं। संघ से प्रेरित विभिन्न संगठन हैं, जो समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं। इनमें शिक्षा के क्षेत्र में विद्या भारती, श्रमिक कल्याण के लिए भारतीय मजदूर संघ, विज्ञान भारती, संस्कार भारती, सेवा भारती और आदिवासी समुदायों के बीच कार्य करने वाला वनवासी कल्याण आश्रम शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, संघ प्रेरणा से 80 से अधिक सहयोगी संगठन शिक्षा, सेवा, पर्यावरण और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में योगदान दे रहे हैं। एकत्रीकरण के उपरांत सुभाष बस्ती मार्शल पब्लिक स्कूल से नगर के मुख्य मार्गों पर किया गया पथ संचलन (मार्च) रामलीला ग्राउंड पर समाप्त हुआ। पथ संचलन के दौरान स्थानीय निवासियों ने विभिन्न मार्गों पर स्वयंसेवकों का उत्साहपूर्वक पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। मौके पर कार्यक्रम अध्यक्षता प्रभात पांडे, जिला प्रचारक नरेश, जलेश सबरवाल , सुधीर जोशी, सागर पुरी, शुभम प्रभाकर,गढ़वाल विवि छात्रसंघ अध्यक्ष महिपाल बिष्ट आदि मौजूद रहे।