रुद्रप्रयाग– रांसी-मनणामाई केदारनाथ पैदल ट्रैक पर महापंथ के निकट फंसे पर्यटक के शव का आज भी रेक्स्यू नहीं हो पाया! जबकि एयर फोर्स के चाटर द्वारा महापंथ में दो बार लैड़ करने का प्रयास किया गया लेकिन महापंथ में लगभग 6 से 8 फीट बर्फ जमने तथा महापंथ का भू-भाग पथरीला होने के कारण एयर फोर्स का चाटर लैड़ नहीं हो पाया!आपको बता दें कि 2 अक्टूबर को 10 सदस्यीय पर्यटकों का दल स्थानीय पोटरो व गाइडों के साथ केदारनाथ को रवाना हुआ था,8 अक्टूबर को दल के महापंथ के निकट पहुंचने पर पश्चिम बंगाल निवासी 34 वर्षीय आलोक विश्वास की तबियत बिगड़ने के बाद दल के अन्य सदस्य वापस केदारनाथ पहुंच गये थे,वहीं महापंथ में फंसे पर्यटकों की सूचना जिला आपदा प्रबंधन को दे दी गईं थी! 9 अक्टूबर को एसडीआरएफ द्वारा केदारनाथ से महापंथ के लिए रेक्स्यू शुरू तो किया गया मगर उस दौरान हिमालयी क्षेत्रों में निरन्तर बर्फबारी होने के कारण दल को वापस लौटना पड़ा तथा 10 अक्टूबर को पुनः महापंथ के लिए रेक्स्यू शुरू किया तो रेक्स्यू दल के महापंथ तक पहुंचने पर आलोक विश्वास की मृत्यु हो चुकी थी।साथ ही दूसरे साथी की तबियत भी खराब हो गयी थी!रेक्स्यू दल द्वारा बीमार पर्यटक को केदारनाथ पहुंचाया गया।
लेकिन केदारनाथ महापंथ के मध्य अधिक बर्फबारी होने के कारण आलोक विश्वास के शव का रेक्स्यू नहीं हो पाया!
को एयर फोर्स के चॉपर के सहयोग से डीडीएमओ तथा एसडीआरएफ के द्वारा महापंथ के लिए रेक्स्यू कार्य शुरू किया गया,मगर महापंथ में अधिक बर्फबारी होने के कारण एयर फोर्स का चाटर लैड़ नहीं हो सका।जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार ने बताया कि आज एयर फोर्स के चॉपर ने महापंथ में दो बार लैड़ करने का प्रयास किया,मगर महापंथ में अधिक बर्फ जमने तथा महापंथ क्षेत्र मे पत्थरो का अधिक होने के कारण चाटर को लैड़ कराने में बड़ी परेशानी आ रही है!उन्होंने बताया कि मौसम साफ रहने पर शनिवार को पुनः रेस्क्यू शुरू किया जायेगा।