उत्तरकाशी-उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के सरकार भले लाख दावे करे लेकिन स्थिति में सुधार नहीं है। एक गर्भवती प्रसव पीढ़ा होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची लेकिन वहां मौजूद नर्स ने यह कह कर लौटा दिया कि अस्पताल में प्रसव की सुविधा नहीं है। परिजन महिला को लेकर लौट गए लेकिन महिला ने महज आधे किमी दूर रास्ते में ही नवजात को जन्म दे दिया। बाद में प्रसूता को स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सोमवार को ग्राम चपटाड़ी हाल नगर पालिका वार्ड नंबर चार निवासी महिला किरन को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन उसे सुबह करीब 9:30 बजे सीएचसी बड़कोट लाए। महिला के पति उपेंद्र लाल का आरोप है कि अस्पताल में तैनात नर्स ने अस्पताल में प्रसव के लिए सुविधाएं न होने की बात कह कर लौटा दिया। वे पैदल ही घर लौट रहे थे लेकिन किरन ने महज आधे किमी दूर बच्चे का जन्म दे दिया। सीएचसी में पहले भी इस तरह की लापरवाही सामने आ चुकी है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी अंगद राणा का कहना है कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। अगर प्रसव के लिए आई महिला को लौटाया गया तो मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।