पौड़ी गढ़वाल-राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड के अस्थायी परिसर श्रीनगर में व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए जल्द ही द्वितीय चरण के कार्य शुरू हो जाएंगे। संस्थान प्रशासन ने द्वितीय चरण के कार्यों के लिए कार्यदायी संस्था सीपीडब्ल्यूडी को 32 करोड़ 94 लाख की धनराशि जारी कर दी है।
संस्थान के निदेशक प्रो. ललित अवस्थी ने बताया कि एनआईटी के स्थायी परिसर सुुमाड़ी में निर्माण कार्य के लिए निविदा हो चुकी है। एक उच्च स्तरीय कमेटी निविदा की जांच कर रही है। बताया कि एनआईटी के रेशम फार्म परिसर में बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए जल्द ही द्वितीय चरण के कार्य शुरू हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि निर्माण उच्च शिक्षा वित्तपोषण एजेंसी (हेफा) द्वारा प्रदान की गई वित्तीय सहायता के तहत किया जा रहा है। कार्यदायी संस्था को तीन साल के रख रखाव की जिम्मेदारी के साथ निर्माण कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है।उन्होंने कहा कि हेफा फंडिंग के तहत एनआईटी को 2018 में श्रीनगर परिसर और सुमाड़ी परिसर में आधारभूत बुनियादी ढांचा विकसित करने के लिए 650 करोड़ 97 लाख की धनराशि अनुमोदित की गई थी लेकिन किन्हीं कारणों से इस राशि का अभी तक उपयोग नहीं हो पाया था, जबकि हेफा के साथ समझौते की शर्तों के अनुरूप संस्थान को अनुमोदित राशि में से एक निर्धारित राशि को निर्माण कार्यों के लिए उपयोग करना आवश्यक था। प्रभारी कुलसचिव डाॅ. धर्मेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि निर्माण कार्य के लिए हेफा ने पहले चरण में 10 करोड़ 29 लाख की राशि अवमुक्त कर दी है। अधिष्ठाता योजना एवं विकास अनुभाग डाॅ. गुरिंदर सिंह बरार ने बताया कि कक्षाएं और प्रयोगशालाएं भवन तीन मंजिला और अन्य भवन दो मंजिला हों।