रुद्रप्रयाग-विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, रूद्रप्रयाग के तत्वावधान में जनपद के स्वास्थ्य उपकेंद्रों व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया। वहीं, जिला स्तर पर आयोजित संगोष्ठी में प्लास्टिक प्रदूषण से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले खतरों के प्रति आगाह किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में जलवायु परिवर्तन एंड ह्यूमन हेल्थ कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित संगोष्ठी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ.एचसीएस मर्तोलिया ने कहा कि इस वर्ष बीट प्लास्टिक पॉल्यूशन थीम पर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने प्लास्टिक प्रदूषण के खतरों के दृष्टिगत इससे निपटने के लिए जरूरी ऐहतियात कदम अपनाने पर जोर दिया।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विमल सिंह गुसाँई ने बताया कि प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए जून माह के द्वितीय सप्ताह में 05 से 11 जून तक हमारी धरती, हमारा स्वास्थ्य, हमारा उत्तरदायित्व अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
ऐपिडेमियोलॉजिस्ट डाॅ. शाकिब हुसैन ने प्लास्टिक प्रदूषण के खतरो के बारे में विस्तारपूर्वक बताय। कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण से दिल की बीममारियां, फेफडों का कैंसर, प्लाटिक उत्पादन श्रमिकों में ब्लड कैंसर, ब्रेन कैंसर, प्रजनन क्षमता में कमी का खतरा बढ जाता है। उन्होंने प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने के लिए पॉलिथिन बैग का उपयोग पूरी तरह बंद करने की वकालत की। कागज या कपड़े के थैलों का उपयोग करने, प्लास्टिक कंटेनर का उपयोग न करने पर जोर दिया।
दूसरी ओर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अगस्त्यमुनि में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डाॅ.विशाल वर्मा के नेतृत्व में पौधरोपण किया गया, वहीं, पर्यावरण दिवस पर हेल्थ बसुकेदार, सिद्धसौड, दुर्गाधार, रूद्रप्रयाग, मकूमठ, मचकंडी, बजीरा, दिगधार, कांडई दशज्यूला, बडेथ, लदोली, गहरखाल आदि स्वास्थ्य उपकेंद्र व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में एएनएम व सीएचओ द्वारा पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किए गए।