श्रीनगर गढ़वाल-हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि को सीयूईटी के बाद खाली रह गई सीटों को भरने की चिंता है। विवि ने एकेडमिक काउंसिल (एसी) की बैठक में रिक्त सीटों पर बिना सीयूईटी मेरिट के आधार पर प्रवेश दिए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। विवि इस प्रस्ताव को जल्द यूजीसी को भेजेगा। विवि के प्रति कुलपति ने प्रस्ताव के मंजूरी की पुष्टि की है।शनिवार शाम विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल की अध्यक्षता में विवि के एसी (एकेडमिक काउंसिल) की बैठक हुई। इस दौरान छात्रों की विभिन्न मांगों से जुड़े प्रस्ताव विवि के कुलसचिव डॉ. धीरज शर्मा ने बैठक में रखे। एसी के पदाधिकारियों व सदस्यों ने विचार-विमर्श के बाद विवि में रिक्त सीटों पर बिना सीयूईटी के मेरिट के आधार पर प्रवेश के प्रस्ताव को सर्वसम्मति प्रदान की।गौरतलब है कि गढ़वाल विवि में प्रदेश के छात्रों को प्रवेश में 50 प्रतिशत आरक्षण, विवि के परिसरों से यूजी करने वालो छात्रों को पीजी कक्षाओं में प्रवेश में पांच प्रतिशत वेटेज व रिक्त सीटों पर मेरिट के आधार पर प्रवेश दिए जाने सहित विभिन्न मांगों के समाधान को लेकर छात्र आंदोलित हैं।
वार्ता हुई, लेकिन बेनतीजा रही
विवि में कुलपति कार्यालय परिसर के बाहर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बीते 21 अगस्त, विवि में बिडला परिसर के प्रवेश द्वार पर छात्रसंघ अध्यक्ष के नेतृत्व में छात्रों ने 22 अगस्त व विवि के प्रवेश द्वार पर जय हो छात्र संगठन के छात्रों ने बीते 23 अगस्त से अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया था। 30 अगस्त को विवि की कुलपति से छात्रों की वार्ता भी हुई, लेकिन बेनतीजा ही रही।
वार्ता में कुलपति ने छात्रों की मांगों को एसी व इसी की बैठक में रखने की बात कही थी। गढ़वाल विवि के प्रति कुलपति प्रो. आरसी भट्ट ने बताया कि एसी में मंजूर प्रस्ताव को जल्द ही यूजीसी को भेजा जाएगा। इस अवसर पर विवि के वित्त अधिकारी प्रो. एनएस पंवार, डीएसडब्ल्यू प्रो. महावीर नेगी, मुख्य नियंता प्रो. बीपी नैथानी, परीक्षा नियंत्रक एचएम आजाद, छात्रसंघ सचिव सम्राट राणा आदि मौजूद रहे।







