ब्यूरो-केदारनाथ में कड़ाके की ठंड पड़ने और तापमान -7 तक पहुंचने के बाद नववर्ष के पहले दिन ही धाम से सभी 130 मजदूर लौट आए हैं। अब यहां सभी पुनर्निर्माण कार्य ठप हो गए हैं।धाम में पुलिस और आईटीबीपी के अलावा संत ललित रामदास जी महाराज ही हैं। सोमवार को धाम में न्यूनतम तापमान -7 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली में रास्ते को दुरस्त करने का काम जोरों पर चलता रहा।
केदारनाथ में दिसंबर के माह गिनती के दिन हल्की बर्फबारी हुई। बीते दस दिनों से अधिक समय हो गया लेकिन धाम में बर्फबारी नहीं हुई है। इस कारण यहां रात को अत्यधिक पाला गिर रहा है और शीतलहर का प्रकोप बना है। इन हालातों में केदारनाथ मे पिछले कुछ दिनों से रात तो दूर, दोपहर को भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इन हालातों में वहां पुनर्निर्माण से जुड़े मजदूरों को दिक्कतें हो रहीं थी।इसको देखते हुए केदारनाथ में पुनर्निर्माण में जुटी सभी कार्यदायी संस्थाओं के मजदूर लौट आए हैं। कार्यदायी संस्था वुड स्टोन कंस्ट्रक्शन लिमिटेड के टीम प्रभारी कैप्टन सोबन सिंह बिष्ट ने बताया कि सभी 130 मजदूर लौटे चुके हैं। अब 32 मजदूर पैदल मार्ग पर लिनचोली में रास्ते के पुश्ते निर्माण में लगे हैं।
वहीं, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण-लोनिवि के सहायक अभियंता मनीश डोगरा ने बताया कि केदारनाथ से सभी मजदूर वापस आ गए हैं। अब, केदारनाथ आईटीबीपी की प्लाटून के साथ ही पुलिस की टुकड़ी तैनात है।
बताया कि हमारे व अन्य कार्यदायी संस्थाओं के मजदूर पैदल मार्ग पर छानी कैंप से लिनचोली तक रास्ता मरम्मत कार्य में जुटे हैं। फरवरी अंतिम सप्ताह या मार्च पहले सप्ताह से पुनर्निर्माण कार्य पुन: शुरू कर दिए जाएंगे।