देहरादून-विश्व अल्पसंख्यक अधिकार दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह दिन देश की अखंडता और एकता के संरक्षण व संवर्धन के लिए मौलिक कर्तव्यों को याद करने का दिन है। धामी ने कहा कि न कोई अल्पसंख्यक हो न बहुसंख्यक, सबकी दीवार एक होनी चाहिए।केंद्र और राज्य सरकार अल्पसंख्यक वर्ग के कल्याण व उत्थान के लिए कार्य कर रही हैं। मुख्यमंत्री रविवार को उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग की ओर से जन-जानकारी अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर हमला भी बोला। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों द्वारा सिर्फ वोट लेने के लिए अल्पसंख्यक समाज के साथ खिलवाड़ किया जाता था। अब देश में अल्पसंख्यक समाज का प्राथमिकता से विकास कर उसे आगे बढ़ाने और शिक्षित व सशक्त करने का कार्य किया जा रहा है।अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और उत्तराखंड पुलिस विभाग के सहयोग से हाथीबड़कला स्थित सर्वे आफ इंडिया के आडिटोरियम में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें अल्पसंख्यक समाज को अधिकारों के प्रति और जागरूक करने पर जोर दिया गया। इस दौरान आयोग की ओर से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए निश्शुल्क आनलाइन कोचिंग सुविधा का आरंभ किया गया। इसके लिए वाट्सएप ग्रुप बनाया गया है, जिसमें जुड़ने के लिए इच्छुक छात्र को मोबाइल नंबर 9997922069 पर वाट्सएप पर संदेश भेजना होगा।
मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में विकास का पैमाना सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के साथ तैयार हुआ है। केंद्र और राज्य की विभिन्न योजनाओं का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि योजनाओं का लाभ किसी का धर्म देखकर नहीं दिया जाता, बल्कि यह देखकर दिया जाता है कि कौन पात्र है।महिला सशक्तीकरण की बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं के अधिकार और हितों को देखते हुए तीन तलाक कानून लागू करना ऐतिहासिक निर्णय रहा। उन्होंने कहा कि समान कानून होगा तो कोई किसी को पीड़ित नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि सरकार ने कलियर शरीफ में यूनानी मेडिकल कालेज का 50 बेड का अस्पताल बनाने की बात कही थी, इसके लिए धनराशि स्वीकृत हो चुकी है। जल्द ही इस अस्पताल का निर्माण शुरू हो जाएगा।