कोटद्वार (पौड़ी)-
उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में करीब दो साल और आठ महीने तक चली सुनवाई के बाद फैसले की घड़ी आ गई है। इस दौरान मामले के लिए गठित एसआईटी ने 97 गवाह पेश किये। अंकिता भंडारी के दोषियों को क्या सजा मिलती है, इस पर सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं, पूरे देश के लोगों की नजरें टिकी हुई हैं। दरअसल, अंकिता भंडारी हत्याकांड ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। दिल्ली तक में इस हत्याकांड को लेकर लोगों में रोष देखने को मिला था। 19 साल की अंकिता भंडारी की हत्या का आरोप उसी होटल के मालिक पर लगा है, जिसमें वह बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करती थी।
उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता हत्याकांड में आज कोटद्वार कोर्ट फैसला सुनाएगा। यह मामला सितंबर 2022 से ही विचाराधीन है। अंकिता भंडारी हत्याकांड में कोटद्वार की अदालत लंबी बहस चली और आखिरकार आज फैसले की घड़ी आ गई है। उत्तराखंड के पौड़ी जिले के यमकेश्वर ब्लॉक की 19 साल की अंकिता भंडारी की 18 सितंबर 2022 को हत्या कर दी गई थी। वह यमकेश्वर ब्लॉक में ही बने वनतरा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करती थी. यहीं से वह गायब हो गई थी। पौड़ी जिले के यमकेश्वर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करने वाली 19 वर्षीया अंकिता की 18 सितंबर 2022 को कथित तौर पर रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य ने अपने दो कर्मचारियों सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के साथ मिलकर हत्या कर दी थी।जिसके बाद पुलकित ने भास्कर और गुप्ता के साथ मिलकर अंकिता को ऋषिकेश की चीला नहर में कथित तौर पर धक्का दे दिया था।
छह दिन बाद 24 सितंबर को चीला पावर हाउस इनटेक में नहर से एसडीआरएफ ने अंकिता भंडारी का शव बरामद किया था।नहर से अंकिता का शव मिलने के बाद पुलिस ने इस मामले में पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलकित को मुख्य आरोपी बनाया गया था। वहीं मामले के खुलासे को लेकर डीआईजी (कानून-व्यवस्था) पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में एसआईटी टीम गठित की गई थी।
कोटद्वार स्थित एडीजे कोर्ट में आज शुक्रवार को आने वाले फैसले को लेकर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। वहीं, कोर्ट परिसर के बाहर बैरिकेडिंग व भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।