देहरादून-देहरादून में डेंगू ने एक और मरीज की जान ले ली। वहीं शहर के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में सैकड़ों की संख्या में मरीज भर्ती हैं। दून का कोई हिस्सा ऐसा नहीं है, जहां से डेंगू के मरीज न आ रहे हो। एसीएमओ डॉ सीएस रावत ने बताया कि मरीज हिमालयन अस्पताल में भर्ती था। जिसकी शुक्रवार रात मौत हो गई।शनिवार को विभाग ने इसकी पुष्टि की। जिले में अब तक डेंगू से तीन मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं एक मरीज की रिपोर्ट अस्पताल से नहीं मिलने के कारण पुष्टि नहीं हो सकी। जिले में डेंगू की रफ्तार बढ़ती ही जा रही है। बीमारी की तेज रफ्तार के आगे सरकारी इंतजाम ठहर नहीं पा रहे।अस्पतालों में मरीजों को जगह नहीं मिल रही है। आईसीयू से लेकर डेंगू वार्ड तक सब हाउसफुल हैं। बेड के लिए मारामारी मची हुई है। कंट्रोल रूम भी बेड का इंतजाम कराने में हांफने लगा है। सरकारी अस्पताल में बेड नहीं मिल पाने के कारण मरीजों को मजबूरन प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है। प्लेटलेट्स के लिए मरीजों के तीमारदार भटक रहे हैं।
प्लेट्सलेट्स की डिमांड पूरी कर पाने में नाकाम
जिले के सबसे बड़े दून अस्पताल ने ब्लड की कमी होने से मरीजों को प्लेटलेट्स देने में हाथ खड़े कर दिए हैं। दून समेत आसपास के कई जिलों का भार भार आईएमए ब्लड बैंक पर आ गया है। लिहाजा आईएमए भी प्लेट्सलेट्स की डिमांड पूरी कर पाने में नाकाम हो रहा है।
डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के आधे-अधूरे-अधूरे प्रयास विफल साबित हो रहे हैं। दून का कोई हिस्सा ऐसा हिस्सा नहीं है, जहां से डेंगू का मरीज न आ रहे हों। सरकारी अस्पतालों में सभी बेड फुल हैं, जबकि प्राइवेट अस्पताल स्वास्थ्य विभाग को न तो बेड की और न मरीजों की जानकारी दे रहे हैं। हालांकि हालात गंभीर हुए तो अब विभाग ने प्राइवेट अस्पतालों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।







