रुद्रप्रयाग। नगर पालिका रुद्रप्रयाग क्षेत्र में निराश्रित घूम रहे मवेशी आये दिन वाहनों की चपेट में आकर घायल हो रहे हैं। इसके साथ ही रात के समय ग्रामीण इलाकों से मवेशियों को छोड़ने का सिलसिला भी जारी है। ग्रामीण लोग गाय और नंदी का उपयोग करने के बाद उन्हें शहरी इलाकों में छोड़ रहे हैं, जिस कारण ये मवेशी वाहनों की चपेट में आकर घायल हो रहे हैं। ऐसे में गौ रक्षा विभाग की टीम इन घायल पशुओं का इलाज कर रही है और लोगों को जागरूक करने का भी काम कर रही है।
बता दें कि नगर पालिका रुद्रप्रयाग क्षेत्र के अन्तर्गत विभिन्न वार्डों में निराश्रित पशु घूम रहे हैं। ये निराश्रित पशु आये-दिन वाहनों की चपेट में आ रहे हैं। बरसाती सीजन होने के कारण इन पशुओं के घाव वाले स्थानों पर कीड़े पड़ रहे हैं। ऐसे में गौ रक्षा विभाग की टीम पशु पालन विभाग के कर्मचारियों के सहयोग से निराश्रित घायल पशुआेंं का इलाज कर रही है। रविवार को गौ रक्षा विभाग की टीम ने भाणाधार में घायल नंदी का इलाज किया। गौ रक्षा विभाग के जिलाध्यक्ष रोहित डिमरी एवं गौ रक्षा विभाग के सचिव देवन्द्र बिष्ट ने कहा कि निराश्रित गौवंश की रक्षा को लेकर रुद्रप्रयाग जिले में गौ रक्षा विभाग की टीम कार्य कर रही है। ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी इलाकों में गाय और नंदी का उपयोग करने के बाद लोग अपने मवेशियों को बाजारों में छोड़ रहे हैं, जिस कारण इनकी संख्या में वृद्धि होने के साथ ही ये आये दिन वाहनों की चपेट में आकर घायल भी हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ हाईवे के सिरोबगड़ के ठीक सामने पपड़ासू गांव में अस्थायी गौ धाम खोला गया है, मगर यहां पर 30 से अधिक गाय और नंदी को रखने की जगह नहीं है। गौ रक्षा विभाग की ओर से लगातार सरकार और शासन-प्रशासन से गौ रक्षा धाम निर्माण की मांग की जा रही है। इस मौके पर पशु पालन विभाग के दुर्गा प्रसाद देवशाली, गौ रक्षा विभाग उपाध्यक्ष दीपक नौटियाल, कोषाध्यक्ष संदीप कप्रवाण, मीडिया प्रभारी प्रवीन सेमवाल, सह मीडिया प्रभारी प्रवीन रावत, अंकित राणा, राहुल पटवाल, मनीष नौटियाल सहित अन्य मौजूद थे।