रुद्रप्रयाग-विश्वनाथ की नगरी गुप्तकाशी के निकटवर्ती ग्राम पंचायत लमगौण्डी (शोणितपुर) के ग्रामीणों की अराध्य देवी भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज की 26 वर्षों बाद आयोजित 17 दिवसीय दिवारा यात्रा रात्रि प्रवास के लिए देर सांय गौरा की तपस्थली गौरीकुण्ड पहुंच गयी है। दिवारा यात्रा के केदार घाटी आगमन पर तीर्थ पुरोहित समाज, जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों व ग्रामीणों द्वारा विभिन्न यात्रा पड़ावों पर पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया जा रहा है तथा दिवारा यात्रा के आयोजन से केदार घाटी का वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। दिवारा यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालु पद यात्रा कर के युगों से चली धार्मिक परम्परा का निस्वार्थ भाव से निर्वहन कर रहे हैं। दिवारा यात्रा मंगलवार को गौरीकुण्ड से रवाना होकर चीर बासा, जंगलचट्टी, भीमबली, रामबाडा, लिनचोली, बेस कैम्प सहित विभिन्न यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए रात्रि प्रवास के लिए केदारनाथ धाम पहुंचेगी।सोमवार को शिव पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण में विद्वान आचार्यों ने ब्रह्म बेला पर पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजायें सम्पन्न कर तैतीस कोटि देवी – देवताओं सहित भगवान केदारनाथ सहित भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज का आवाहन कर आरती उतारी। ठीक 10 बजे दिवारा यात्रा त्रियुगीनारायण से अगले पड़ाव के लिए रवाना हुई तथा विभिन्न यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए रात्रि प्रवास के लिए देर सांय गौरा की तपस्थली गौरीकुण्ड पहुंच गयी है। दिवारा यात्रा के केदार घाटी आगमन पर तीर्थ पुरोहित समाज, जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों व ग्रामीणों द्वारा पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया तथा भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज ने ग्रामीणों की कुशलक्षेम पूछी। भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज के क्षेत्र आगमन पर ग्रामीणों द्वारा अनेक प्रकार की पूजा सामाग्री अर्पित कर विश्व समृद्धि व क्षेत्र के खुशहाली की कामना की जा रही है।भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज की दिवारा यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हैं तथा ब्राह्मणों की वेद ऋचाओं, भक्तों की जयकारों तथा स्थानीय वाद्ययंत्रों की मधुर धुनों से केदार घाटी का पग – पग भक्तिमय बना हुआ है। दिवारा यात्रा समिति अध्यक्ष पुष्पेन्द्र प्रकाश शुक्ला ने बताया मंगलवार को दिवारा यात्रा केदारनाथ धाम पहुंचेगी तथा 26 वर्षों बाद आयोजित भगवती राज राजेश्वरी एवं बाणासुर महाराज की दिवारा के क्षेत्र आगमन पर केदार घाटी के जनमानस में भारी उत्साह बना हुआ है। इस मौके पर दिवारा यात्रा समिति संरक्षक सुरेन्द्र शर्मा, व्यवस्थापक सुधीर पोस्ती, सचिव सुरेश बगवाडी, उपाध्यक्ष अजय जुगरान, कोषाध्यक्ष नरेन्द्र शर्मा, सह कोषाध्यक्ष प्रदीप तिनसोला, मीडिया प्रभारी सुबोध बगवाडी, प्रधान अखिलेश सजवाण, क्षेपस दुर्गेश वाजपेयी, पण्डित बच्ची राम सेमवाल, सचिदानंद सेमवाल,महेन्द्र पुरोहित, देवेन्द्र पोस्ती, जगदीश बगवाडी, कृष्णा जुगरान, पवन पोस्ती, मनोज बगवाडी, आशीष अवस्थी, शिव प्रसाद शुक्ला, डा0 जगदीश बाजपेयी, शंकर प्रसाद अवस्थी, किशन अवस्थी, प्रेम प्रकाश जुगरान, विजेन्द्र शर्मा ,अरूण मौर्य, राकेश तिनसोला, दिर्घायु अवस्थी, ईश्वर चन्द्र अवस्थी, दर्शन सजवाण, गोपाल शुक्ला, मनीष बगवाडी, विष्णु ऋषि अवस्थी, संजय पोस्ती, दिलीप तिनसोला, शम्भू वाजपेयी, दीपक जुगरान, विष्णु वाजपेयी, विकास तिनसोला, आगम वाजपेयी, अभिषेक वाजपेयी, राजेन्द्र शर्मा, कार्तिकेय पोस्ती, योगेन्द्र वाजपेयी सहित दिवारा यात्रा समिति पदाधिकारी, सदस्य, जनप्रतिनिधि, व्यापारी व ग्रामीण मौजूद रहे।