श्रीनगर -नगर निगम चुनाव में बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। भाजपा के बागी पूर्व जिला पंचायत सदस्य और जिला उपाध्यक्ष लखपत भंडारी पर पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया। इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए भंडारी ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए।
उन्होंने कहा कि वह पिछले 10 वर्षों से पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता रहे हैं और हर चुनाव में पार्टी के लिए पूरी ताकत झोंकी। लेकिन, नगर निगम चुनाव में बाहरी व्यक्ति को टिकट देना पार्टी के कार्यकर्ताओं का अपमान है। भंडारी ने बताया कि श्रीनगर में भाजपा के पास दर्जनों योग्य प्रत्याशी थे, फिर भी बाहरी उम्मीदवार को प्राथमिकता दी गई।
भंडारी ने कहा कि इसी कारण उन्होंने अपनी पत्नी को चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित किया, जो ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत सदस्य रह चुकी हैं और जनता की सेवा में हमेशा तत्पर रही हैं। उन्होंने कहा, “मैं भाजपा का हनुमान था, जिसने विधानसभा और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की लंका जलाई। लेकिन, यह मेरा नहीं, बल्कि आम कार्यकर्ता का पार्टी से निष्कासन है।