पहाड़वासी:-जोशीमठ,चमोली(उत्तराखंड)
-नीति घाटी की नंदा देवी देवरा यात्रा आज अपने आठवें पड़ाव झेलम पहुँच चुकी है।इस दौरान सभी देवी देवताओं का आह्वान कर विभिन्न कलाकारों द्वारा मुखौटा पहनकर नारद, गणेश, गौरा, शंकर और सूर्य पत्र नृत्य भी किया गया।साथ ही यह नृत्य मलारी और नीति में भी होगा।
बता दें नीति घाटी की नंदा देवी देवरा यात्रा 6 सितंबर से नीति घाटी के विभिन्न गावों में भ्रमण पर निकली है।जहां स्थानीय लोग व भक्तजन मां नन्दा की डोली के आगमन पर आशीर्वाद लेने पहुंच रहे हैं।12 साल बाद ध्याण के रूप में माँ नन्दा को अपने मायका में ढोल दमाऊ के साथ भक्तजन स्वागत कर रहे हैं।साथ ही नन्दा की डोली के आगमन पर झेलम गांव में खास नृत्य का आयोजन भी किया जा रहा है जो कि सीमान्त नीति घाटी के रम्माण मेले की तर्ज पर होता है।इस दौरान मुखौटा नृत्य को देखने के लिए झेलम, कोषा, कागा, जुम्मा, लाता नीती घाटी के कई गाँवो के लोग हजारों की संख्या में उपस्थिति दर्ज करवाते हैं।मां नन्दा की डोली अपने यात्रा पड़ाव कोषा, मलारी ,कैलासपुर ,महेर गांव ,फरक्या ,बम्पा, नीती,गमशाली, लोंग,सूकी,भलगांव भ्रमण कर 30सितम्बर अपने लाता मन्दिर पहुचेगी।
नंदा देवी देवरा यात्रा समिति के सचिव लक्ष्मण बुटोला ने बताया की मां नन्दा की देवरा यात्रा पूरे महीने भर चलेगी जिसमें नीति घाटी के समस्त गांवों में मां नन्दा का पड़ावों पर स्वागत होना है।कहा कि मां नन्दा का रात्रि प्रवास आज झेलम में है,इस दौरान मां नन्दा की डोली के स्वागत पर दिन और रात दोनों ही समय अलग-अलग नृत्य का आयोजन किया जायेगा।वहीं मां नन्दा की डोली नीति घाटी के तमाम गाँवों का भ्रमण कर 30 सितम्बर को वापस अपने लाता मन्दिर पहुंचेगी।