देहरादून-उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी ने राज्य की भाजपा सरकार को आड़े आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा के शासनकाल में धार्मिक प्रतिष्ठानों में सरकार की आड़ में जमकर लूट को खसोट की जा रही है व करोड़ों हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ भी किया जा रहा है।सरकार में अहम पदों पर बैठे लोग अपने रसूख के चलते अपने रिश्तेदारों को लाभ दिलाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं, उसके लिए फिर नियम कानूनों को भी दरकिनार करना पड़े तो कोई गुरेज नहीं कर रहे हैं।उन्होंने बद्री केदार मंदिर समिति में हो रहे भ्रष्टाचार को उजागर करने पर समिति के अध्यक्ष राजेंद्र अजय द्वारा झूठे व भ्रामक तथ्यों को पेश करने का आरोप लगाया है। नेगी ने कहा कि जब से मंदिर समिति में सरकार द्वारा अजयेंद्र अजय को अध्यक्ष पद के रूप में नामित किया गया तब से सरकार की आड़ में इनके द्वारा कई गड़बड़ी को अंजाम दिया गया जिस पर की शासन व सरकार की अनदेखी भी भारी पड़ी है कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि सर्वप्रथम अजयेंद्रअजय द्वारा अपने पद का दुरुपयोग कर खुद के स्वयंसेवक भाई अनिल भट्ट को जोकि विद्यापीठ गुप्तकाशी अस्थाई फिक्स वेतन पर तैनात था।अध्यक्ष ने अपने पद का दुरुपयोग कर वर्षों से मंदिर समिति में अस्थाई कार्मिकों को नजरअंदाज कर बद्री केदार मंदिर समिति के यात्री विश्राम गृह रुद्रप्रयाग का प्रभारी प्रबंधक पद का चार्ज अपने भाई को दिलवाया मंदिर समिति में अध्यक्ष बनने के बाद अजेंद्र अजय ने पहला अनुमोदन अनुमोदन देकर आदेश अपने अधिशासी अभियंता से करवाएं व नियमों को तोड़कर अपने भाई की वेतन में भी वृद्धि कराई व लिपिक के पद पर प्रोन्नति कर डाली वही अपने भाई को प्रबंधक का चार्ज भी एक कार्यालय प्रभारी के आदेश पर दिला दिया गया जब किप्रबंधक की तैनाती मंदिर समिति के मुख्य कार्य अधिकारी द्वारा की जाती है।उनके इस कार्य का विरोध मंदिर समिति के कई कर्मचारियों द्वारा किया गया तथा विरोध को दबाने के लिए कई कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस तक दिये गए जिससे कर्मचारियों में डर का माहौल पैदा किया गया।
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता नेगी ने कहा कि समिति के अध्यक्ष ही नहीं रुके उन्होंने मंदिर समिति में नियम विरुद्ध कई प्रमोशन ओं को भी अंजाम दे डाला और प्रमोशन उन कर्मचारियों को दिए गए जो स्वयं अपनी प्रोन्नति की डीपीसी के सदस्य बन बैठे यह मामला भी यहीं शांत नहीं हुआ वही समिति के अध्यक्ष उप मुख्य अधिकारी की नियुक्ति की बागडोर शासन के बजाय स्वयं के हाथ में लेकर फिर एक योगी कर्मचारियों को उप मुख्य कार्य अधिकारी की नियुक्त दे डाली जो कि एक बड़ी जांच का विषय है श्री नेगी ने कहा कि समिति के अध्यक्ष ने अपने गलत कार्यों को छुपाने के लिए मध्ए यात्रा काल में 70 कार्मिकों के स्थानांतरण सूची भी जारी कर डाली जिससे भ्रष्टाचार पर से सबका ध्यान हट जाय और केदारनाथ के कपाट बंद होते होते मंदिर के गर्भ ग्रह फोटो शूट कर डाला जिसका आरोप मंदिर समिति के कर्मचारियों पर मड़ने की कोशिश की जा रही है उन्होंने कहा कि अध्यक्ष बताएं आखिर किस कर्मचारी ने फोटोशूट की है गर्भ ग्रह में तो सीसीटीवी कैमरों से लैस होता है ऐसे में अब तक कैसे पता नहीं चल पाया कि फोटो शूट करने के पीछे साजिश है या फिर मंदिर समिति अध्यक्ष पद का रुतबा श्री नेगी ने कहा कि सरकार को तत्काल मंदिर समिति को भंग कर देना चाहिए तथा समिति के अंदर हो रहे भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच करानी चाहिए क्योंकि यह मामला करोड़ों हिंदुओं की आस्था से जुड़ा हुआ है उन्होंने कहा कि मंदिर समिति अध्यक्ष ने अपने निजी स्वार्थों को पूरा करने के लिए सभी कायदे कानूनों को दरकिनार करते हुए पवित्र धार्मिक स्थानों पर भ्रष्टाचार जैसे कार्यों को अंजाम देकर आस्था के साथ खिलवाड़ करने का कार्य किया है भाजपा सरकार को जवाब देना होगा कि आखिर धर्म का चोला ओढ़कर क्यों जनता को बेवकूफ बनाया जाता है।