पौड़ी गढ़वाल-बीते दिनों थलीसैंण विकासखंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय बग्वाड़ी में अपनी जगह गांव की एक लड़की को रखने के मामले में निलंबित हुई शिक्षिका शीतल रावत का निलंबन वापस लेने की मांग विद्यालय अभिभावक संघ ने उठाई है। कहा कि एक सप्ताह के भीतर शिक्षिका का निलंबन वापस नहीं लिया गया तो वे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे और उपखंड शिक्षाधिकारी कार्यालय थलीसैंण में धरना देने को मजबूर होंगे।थलीसैंण ब्लाक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय बग्वाड़ी में बीते दिनों मुख्य शिक्षा अधिकारी डा. आनंद भारद्धाज ने औचक निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान प्रभारी प्रधानाचार्य शीतल रावत स्कूल से नदारद पाई गई थीं और स्कूल में गांव की ही एक लड़की शिक्षण कार्य कराते हुए मिली थी। जिस पर मुख्य शिक्षा अधिकारी ने उप शिक्षा अधिकारी थलीसैंण को प्रभारी प्रधानाचार्य शीतल रावत स्पष्टीकरण तलब करने और अग्रिम आदेशों तक वेतन आहरण पर रोक भी लगा दी थी, जबकि अगले ही दिन प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी सावेद आलम ने शिक्षिका को निलंबित कर दिया था। विद्यालय अभिभावक संघ के अध्यक्ष भारत सिंह ने बताया कि वर्ष 2019 में विभाग द्वारा इस स्कूल में कार्यरत शिक्षक का स्थानांतरण किए जाने के कारण विद्यालय में एक ही शिक्षक रह गया था। जिसके बाद ग्रामीणों ने दूसरे शिक्षक की मांग की। लेकिन 6 महीने माह बीत जाने के बाद भी विभाग द्वारा शिक्षक न भेजे जाने पर ग्रामीणों ने गांव की ही एक लड़की को विद्यालय में पठन पाठन की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसी लड़की को प्रोक्सी टीचर बताकर शीतल रावत का निलंबन किया गया है। यह भी बताया कि शीतल रावत को विभाग द्वारा थलीसैंण में आयोजित हो रही खेलकूद प्रतियोगिताओं में व्यवस्था हेतु तैनात किया हुआ था। गुरुवार को अभिभावक संघ के अध्यक्ष भारत सिंह के नेतृत्व में बग्वाड़ी गांव के ग्रामीणों ने उप शिक्षा अधिकारी थलीसैंण को मिलकर शिक्षिका शीतल रावत के निलंबन वापसी की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर निलंबन वापस नहीं होता तो वे अपने बच्चों को स्कूल से हटाने के लिए मजबूर होगें। मुख्य शिक्षा अधिकारी डा. आनंद भारद्वाज ने बताया कि प्रोक्सी टीचर रखे जाने पर शीतल रावत के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जांच के बाद सभी तथ्यों पर विचार किया जाएगा।