चमोली-प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत स्वीकृत लंगासू-मैखुरा सड़क पर उत्तरों में बने विवाद का हल विभाग बीते 19 माह में नहीं निकाल पाया है। ऐसे में संबधित सड़क की जिम्मेदारी देख रहे अधिकारियों की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आ गई है। जबकि सितंबर 2022 पीएमजीएसवाई के सड़कों का निर्माण को किसी भी हालात में पूरा करने के लिए केंद्र सरकार के आदेश दिये गये हैं। इसके बावजूद इस सड़क पर विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते अब इस सड़क के निर्माण कार्य पूरा होने पर भी भी संशय के बादल मंडराने लगे हैं। बता दें विकासखंड के उत्तरों, चमाली, स्वर्का, धल, कांचुला के लिए करीब छह वर्ष पूर्व पीएमजीएसवाई के तहत 14 किमी सड़क की स्वीकृति लंगासू-मैखुरा के नाम से मिली। जिसका निर्माण कार्य विभाग द्वारा 5 जनवरी 2021 को शुरू किया गया। लेकिन शुरूवाती किमी में भी भूस्खलन के चलते 19 फरवरी 2021 से यहां काम बंद कर दिया गया। जबकि सड़क के दूसरे छोर कांचुला से सड़क का निर्माण शुरू करते हुए विवादित स्थल उत्तरों तक सड़क का निर्माण कर दिया गया। लेकिन 19 माह के लंबे अंतराल के बीतने पर भी पीएमजीएसवाई के अधिकारी यहां हल नहीं निकाल पाए। मंगलवार को राजस्व उपनिरीक्षक जगदीश ओलिया सहित विभाग के एई और जेई ग्रामीणों के साथ वार्ता करने पहुंचे। लेकिन उत्तरों के हेड़ाधार तोक के ग्रामीणों ने खतरा बताते हुए सड़क निर्माण का विरोध किया गया। ऐसे में विभाग को वापस लौटना पड़ा। वहीं दूसरी ओर उत्तरों,चमाली सहित अन्य ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विभाग 19 माह में सड़क का हल नहीं निकाल पाया है।