देहरादून-उत्तराखंड में समुदाय विशेष के युवकों की ओर से लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाने के मामलों में अचानक बढ़ोतरी देखने को मिली है। इस साल केवल पांच महीनों में ऐसे 48 मुकदमे प्रदेश में दर्ज हुए हैं। जबकि पिछले पूरे साल में 76 केस दर्ज हुए थे। इस हिसाब से इस साल हर माह का औसत करीब 10 है। ज्यादातर मामले नाबालिग लड़कियों के अपहरण से संबंधित हैं। इनमें पॉक्सो के तहत भी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। आपको बता दें कि लव जिहाद को लेकर उत्तरकाशी जनपद पूरी तरह से गरमाया हुआ है, तो वहीं अन्य जनपदों में भी हालात इससे इतर नहीं है। लव जिहाद को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं, वहीं अब समुदाय विशेष के व्यापारियों को भी जनपदों से बाहर करने की मांग उठने लगी है।इस मामले में मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों और इंटेलीजेंस अफसरों को स्थिति पर बारीकी से नजर रखने के निर्देश दिए हैं। एकाएक इस तरह के मामले बढ़ने से प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम रखना भी एक चुनौती है। बीते दिनों उत्तरकाशी में कुछ संगठनों ने महापंचायत भी बुलाने की बात की थी। पुलिस के आंकड़े भी इस स्थिति को बयां कर रहे हैं। ये मामले ज्यादातर अपहरण और पॉक्सो में दर्ज किए जाते हैं। सूत्रों के मुताबिक, बीते दिनों सोशल मीडिया पर हुई गतिविधियों के चलते लोग जागरूक होकर ऐसे मामलों में आगे आ रहे हैं। पुलिस भी इन पर कार्रवाई कर रही है। इन पांच महीनों में लगभग सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं, पुलिस अधिकारियों ने एलआईयू को हर स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं।
लव जिहाद के क्या हैं मायने
दरअसल, लव जिहाद (Love Jihad) दो शब्दों से मिलकर बना है। इसमें लव अंग्रेजी भाषा का शब्द है। इसका मतलब प्यार, इश्क और मोहब्बत होता है। जिहाद अरबी भाषा का शब्द है। इसका मतलब धर्म की रक्षा के लिए युद्ध करना होता है। आशय साफ है कि जब एक धर्म विशेष को मानने वाला व्यक्ति दूसरे धर्म की लड़कियों को प्यार के जाल में फंसाकर किसी प्रकार का प्रलोभन देकर या विवाह के जरिए धर्म परिवर्तन करवा देता है तो इस पूरी प्रक्रिया को लव जिहाद कहा जाता है।