रुद्रप्रयाग-केदारघाटी के आठ गांव व 360 तीर्थ पुरोहितों की अराध्य देवी मां दुर्गा देवी की डोली ने अपनी 46 दिनों की दिवारा यात्रा के बाद अपने मूल मंदिर फेगू पहुंची। जहां मां की डोली का फूल एवं अक्षतों से जोरदार स्वागत हुआ।इस दौरान भक्तों के जयकारों से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो उठा। इस दौरान मां की डोली ने नृत्य कर भक्तों को अपना आशीर्वाद भी दिया।
बता दें गत 10 जुलाई को केदारघाटी के अन्तर्गत दुर्गा मंदिर फेगू से पूजा अर्चना के साथ शुरू हुई देवरा यात्रा के दौरान बरम्बाडी, टेमरिया, डमार, बष्टी, डुंगर, भटवाडी, जौला, बडेथ, छेनागाड, तिनसाेली, नागजगई, पौला, कुंडियाला, लमगौडी, देवली भणिग्राम, तुलंगा, सल्या, ल्वांणी, ल्वारा, अन्द्रवाणी, नमोली, सिंगोली, सेमी, गुप्तकाशी, देवर, रुद्रपुर, देवशाल, रामपुर, त्रियुगीनारायण, ऊखीमठ समेत विभिन्न क्षेत्रों के भ्रमण किया। इस दौरान विभिन्न गांवों में भक्तों की कुशलक्षेम पूछी, तथा भक्तों को अपना आशीष दिया। गत 12 अगस्त को मां की दिवारा यात्रा ने केदारनाथ का भ्रमण भी किया। ऊखीमठ क्षेत्र के विभिन्न पड़ावों पर दर्शन देने के बाद शुक्रवार को दिवारा यात्रा अपने मूल मंंदिर फेगू पहुंची। जहां मंदिर की एक परिक्रमा करने के बाद डोली ने नृत्य कर भक्तों का आशीर्वाद दिया। इस दौरान भक्तों के जयकारों से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय हो गया। अंत में पुजारी ने मां दुर्गा की पूजा अर्चना एवं आरती कर डोली को मंदिर में स्थापित किया गया। वहीं केदारनाथ के तीर्थ पुरोहित सुबोध चन्द्र शुक्ला ने भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन भी किया जिसे भक्तों ने प्रसाद के रूप में ग्रहण किया।इस अवसर पर मठाधीश दौलत सिंह दुमागा, समिति के अध्यक्ष पुरूषोत्तम तिवारी, विशाल मणी सेमवाल, राजेन्द्र सिंह नेगी, भारतभूषण भंडारी, शिवानंद सेमवाल समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।