रुद्रप्रयाग-प्रसिद्ध रंगकर्मी, लोक गायक एवं कलाकार नवीन सेमवाल का आकस्मिक निधन से उनके दिलीकरीबी लोंगो को सदमा लगा है। वे 44 साल के थे और कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। मंगलवार सुबह उनके निधन की खबर मिलते ही उत्तराखंड सहित पूरे जनपद रुद्रप्रयाग में शोक की लहर दौड़ पड़ी।उनके आकस्मिक निधन पर विभिन्न रंगमंचों से जुड़े कलाकारों ने इसे रंगमंच के लिए बड़ी क्षति बताया है।मेरी बामणी.. गीत से पूरे उत्तराखंड ही नहीं अनेक प्रदेशों में विशेष प्रसिद्धि पा चुके युवा रंगकर्मी नवीन सेमवाल ने निधन से हर कोई दुखी है। मूल रुप से रुद्रप्रयाग के फाटा निवासी नवीन सेमवाल वर्षों से अपने रुद्रप्रयाग मुख्यालय स्थित बेलनी में बने मकान में रहते थे।वह बीते कुछ समय से बीमार चल रहे थे और देहरादून के जौली ग्रांट अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था।आज मंगलवार सुबह 6 बजे अचानक उनके निधन की खबर आते ही सब हक़दख रह गए।वे अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़ गए हैं। छोटे मंच हो या फिर बड़े मंचों पर नवीन की कलाकारी ने हर किसी को प्रभावित किया। नाट्य अभिनय हो या फिर गढ़वाली गीत और नृत्य में नवीन ने हमेशा ही हर किसी के दिलों पर राज किया।वो हर किसी से दोस्ती की तरह करीबी हो जाते थे।उनके बोलने की शैली और विभिन्न कलाकारी का जादू हर किसी के जीवंत यादों मे हमेशा जीवित रहेगा।