श्रीनगर -नगर निगम श्रीनगर मेयर पद पर निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में उतरी डॉ पूनम तिवाड़ी ने चुनाव चिह्न मिलने के बाद शनिवार को पूर्व में पालिका अध्यक्ष के कार्यकाल
को बताते हुए मायूस सी दिखीं।गोला बाजार स्थित निजी होटल में पत्रकार वार्ता करते हुए पूनम ने कहा कि
नगर निगम बनाया गया यह अच्छी पहल है। लेकिन श्रीनगर नगर पालिका को उनके कार्यकाल में बीच में ही तोड़कर निगम में बदल दिया गया। अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ को चुनाव से पहले नगर निगम बनाया गया।
जनता ने पचास साल में पहली बार महिला को चुनकर भेजा था। षड्यंत्र के तहत महिलाओं का अपमान भाजपा सरकार ने किया है।पूर्व में नगरपालिका अध्यक्ष होने के नाते लोगों ने विश्वास के तहत आशीर्वाद दिया था।बताया कि एक छोटे से कार्यकाल में उन्होंने कोरोना जैसी महामारी का सामना किया लेकिन फिर भी शहर के हित के लिये वह हमेशा जनता के बीच रही हैं। बताया कि अंकिता भंडारी हत्याकांड, भू कानून, रोडवेज के मुद्दे पर मुखर होकर शहर के हित के लिये सदैव प्रयासरत रही हैं।भाजपा में शामिल होने की चर्चाओं पर निर्दलीय मैदान में उतरी डॉ पूनम ने कहा कि ना मैं भाजपा के कार्यक्रम में रही,, ना मैंने भाजपा का पट्टा पहना….पूनम ने परिस्थितियों का हवाला देकर कहा कि वह पूर्व कार्यकाल की परिस्थितियों को दुबारा नहीं दोहराना चाहती।कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा को समर्थन दिया लेकिन उन्होंने भाजपा की कोई सदस्यता भी नहीं ली।कहा कि लगन, मेहनत और ईमानदारी से मैदान में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर डट के मैदान खड़ी हैं और वह नगरवासियों के लिये पीछे नहीं हटेंगी। मौके पर राज्य आंदोलनकारी अनिल स्वामी, परवेज अहमद आदि मौजूद रहे।