देहरादून-उत्तराखंड के अलावा कई राज्यों में मैसेज(एसएमएस) भेजकर बिजली का बिल जमा करने और कनेक्शन काटने वाले गिरोह का सरगना एसटीएफ ने दबोच लिया है। आरोपी लोगों को बिजली का बिल जमा करने का मैसेज भेजकर ठगी करता था। आरोपी ने पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारी एसटीएफ को दी है। एसटीएफ के दावा है कि उसने बिल जमा कराने के नाम पर 10 लाख से ज्यादा की ठगी की है।देशभर में जहाँ एक तरह से साइबर पुलिस प्रतिदिन लोगों का पैसा वापस करा रही है। वहीं भारत के अलग-अलग कोने में साइबर अपराधी की धरपकड़ भी जारी है। इसी क्रम में साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड द्वारा भारत के विभिन्न कोनो में बिजली का बिल जमा कराने के नाम पर 10 लाख की धोखाधडी करने वाले गिरोह के सरगना को हिसार हरियाणा से गिरफ्तार किया है। साथ एक अन्य़ अभियुक्त को वैद्यानिक कार्यवाही करते हुए 41 (क) द0प्र0सं0 का नोटिस तामील कराते हुए एक बहुत बड़े संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है। मुख्यमंत्री के निर्देशो के क्रम में प्रदेश के निवासियों को साइबर अपराधियों द्वारा जनता से ठगी करने वालो पर एसटीएफ व साइबर पुलिस प्रभावी कार्रवाई कर रही है।
ऐसे ठगी को दे रहे थे अंजाम
वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है। इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा बिजली का बिल जमा के नाम पर लिंक भेज कर लाखों रुपये की धोखाधडी की जा रही है ।इसी क्रम में एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ जिसमें शिकायतकर्ता रविकान्त उपाध्याय के साथ अज्ञात अभियुक्तो द्वारा स्वंय को बिजली विभाग से बताते हुए शिकायतकर्ता से विभिन्न नम्बरों से सम्पर्क कर बिजली का बिल जमा न होने की बात कहकर शिकायतकर्ता से *QUICK SUPPORT* एप डाउनलोड करवाकर लिंक भेजकर निजि जानकारी प्राप्त कर खाते से *9,93,994/-* रुपये की धनराशि प्राप्त करने सम्बन्धी शिकायत के आधार पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 24/22 धारा 420 भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया तथा विवेचना साइबर थाने के निरीक्षक श्री देवेन्द्र नबियाल के सुपुर्द की गयी।
यहां ट्रांसफर हुआ ठगी का पैसा
अभियोग में अभियुक्त के विरुद्ध कार्यवाही हेतु घटित टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, तथा अभियुक्तो द्वारा शिकायतकर्ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गयी तो प्रकाश में आया शिकायतकर्ता की धनराशि जो कि IIFL गोल्ड लोन कम्पनी हिसार हरियाणा में स्थानान्तरित हुयी है के आधार पर टीम को हिसार हरियाणा भेजा गया। पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियुक्तो द्वारा वादी मुकदमा को जो खाता संख्या व मोबाईल नम्बर दिये थे व धोखाधडी से प्राप्त की गयी धनराशि फर्जी आईडी पर खोले गये बैक खातो में प्राप्त की गयी थी।उक्त खातों के खाताधारक की जानकारी प्राप्त की गयी व उक्त खाते का खाताधारक के सम्बन्ध में साक्ष्य एकत्रित करते हुये अभियोग में 01 अभियुक्त कुलदीप विश्नोई पुत्र सुभाष चन्द निवासी ग्राम काली रावण पोस्ट व तहसील आदमपुर थाना अग्रोवा जनपद हिसार को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त द्वारा लाभ से प्राप्त धनराशि से क्रय किये गये आईफोन प्रो मैक्स कीमत 1,50,000/- रुपये का बरामद किया गया तथा मुकदमे में अन्य अभियुक्त विष्णु पुत्र सरजीत निवासी ग्राम सीसवाल थाना आदमपुर जनपद हिसार हरियाणा को धारा 41(क) द0प्र0सं0 का नोटिस तामील कराया गया।
अपराध का तरीकाः-
अभियुक्तगणों द्वारा वादी मुकदमा को विभिन्न नम्बरों से कॉल कर स्वंय को बिजली विभाग का अधिकारी बताते हुए बिजली का बिल भुगतान न होने पर कनैक्शन कटने की बात कहते हुए मोबाईल पर लिंक भेजकर QUICK SUPPORT एप डाउनलोड करवाकर 10 रुपये का पेमेन्ट रिचार्ज कराना व फोन का Access प्राप्त कर बैंक खाते को खाली किया गया।
पुलिस टीम-
निरीक्षक देवेन्द्र नबियाल, उनि राजीव सेमवाल, अपर उप निरीक्षक सुरेश कुमार, सिपाही नितिन रमोला, सोहन बडोनी
एसएसपी ने जनता से की ये अपील
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरो/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने व ऑनलाईन बिजली के बिल का भुगतान करने वाले व्यक्तियों से सावधान रहें । किसी भी प्रकार के ऑनलाईन भुगतान करने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें। कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें ।