चमोली-चमोली जिले में होने वाले जैविक उत्पादन अब दिल्ली, गुजरात समेत यूपी तक बिकेंगे। यहां के खरीदार सीधे चमोली जिले के काश्तकारों से सीधे उत्पादों की खरीदारी करेंगे। इसके लिए मूल्य भी निर्धारित किया जा चुका है। जहां मंडुवा 25 रुपये वहीं राजमा 150 रुपये किलो खरीदा जाएगा। काश्तकारों के जैविक उत्पादों को बेचने और आय में वृद्धि करने के लिए खेल मैदान में आयोजित क्रेता-विक्रेता सम्मेलन में यह निर्णय लिया गया। सम्मेलन में जिलेभर से करीब 500 से अधिक काश्तकार और खरीदार भी शामिल हुए।खेल मैदान में आयोजित क्रेता-विक्रेता सम्मेलन में यहां के काश्तकारों और दिल्ली, गुजरात, यूपी से पहुंचे खरीदारों के बीच स्थानीय उत्पादों को बेचने पर चर्चा हुई। इस दौरान दिल्ली और गुजरात के खरीदारों ने मंडुवा, झंगोरा, हल्दी, अदरक, धनिया, लाल मिर्च खरीदने की इच्छा जताई। कहा गया कि वे सीधे काश्तकारों से ही स्थानीय उत्पादों की खरीदारी करेंगे। स्वच्छता एक्शन प्लान नमामि गंगे क्लीन अभियान के अंतर्गत कृषि विभाग की ओर से आयोजित सम्मेलन में जिलेभर के करीब 550 काश्तकारों को जैविक उत्पादन के संबंध में जानकारियां दीं। दिल्ली से तीन और गुजरात से एक खरीदार सम्मेलन में पहुंचे थे। उन्होंने मंडुवा 25 रुपये प्रति किलोग्राम, झंगोरा 40 रुपये, धनिया 100 रुपये, राजमा 150 रुपये किलो और लाल मिर्च 1040 रुपये प्रति क्विंटल की खरीदारी करने की इच्छा जताई, जिस पर काश्तकारों ने भी अपनी सहमति दी। खरीदारों ने कहा कि वे स्वयं संबंधित क्षेत्रों में जैविक उत्पादों की खरीद के लिए जाएंगे।किसानों ने उत्पाद न बिकने की रखी थी समस्या
मुख्य विकास अधिकारी डा. ललित नारायण मिश्र ने कहा कि किसान समूहों ने अपने जैविक उत्पादों एवं जड़ी-बूटी न बिकने की समस्या रखी थी। उनकी समस्या को देखते हुए इस सम्मेलन का आयोजन किया गया ताकि काश्तकार अपने जैविक उत्पादों को उचित दामों पर बेच सकें। इस दौरान काश्तकारों और खरीदारों के बीच उत्पादों को लेकर सीधा संवाद हुआ।
उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मानित किया।
बता दें मुख्य विकास अधिकारी डा. ललित नारायण मिश्र ने कार्यक्रम के दौरान किसान देवेंद्र सिंह, विशंबर दत्त, रुद्र सिंह बुटोला, कुंवर सिंह, लीला राम, देवेंद्र सिंह, लक्ष्मी देवी, गजेंद्र सिंह, रामेश्वरी हटवाल और महेश कुमार को जैविक खेती में उल्लेखनीय कार्य के लिए सम्मानित किया। साथ ही जनजातीय बाहुल्य ग्रामों के चार स्वयं सहायता समूह जय नृसिंग देवता ग्राम लाता, श्री सरस्वती महिला समूह माणा, जय मां नंदा जैविक समूह परसारी तथा सेवा उर्वशी समूह मेरग को खेतों की निराई-गुड़ाई के लिए पॉवर टिलर बांटे। मुख्य कृषि अधिकारी वीपी मौर्या ने बताया कि स्वच्छता एक्शन प्लान नमामि गंगे के अंतर्गत जनपद में नदी किनारे बसे गांवों की 5 हजार हेक्टेयर भूमि पर 9427 काश्तकारों के माध्यम से चिह्नित 128 क्लस्टरों में जैविक खेती की जा रही है।