रुद्रप्रयाग-मदमहेश्वर घाटी में अतिवृष्टि के कारण ग्राम गौंडार में बणतोली स्थान पर पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल एवं मार्ग का कुछ हिस्सा बहने के कारण वहाँ पर गये यात्री फंस गये थे। सूचना के उपरान्त एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीमें वहाँ पहुँच गयी थी। अत्यधिक बारिश होने के कारण व नदी का जलस्तर बढ़ा होने के कारण रेस्क्यू कार्य नहीं हो पा रहा था। बारिश थमने व नदी का जलस्तर कम होने पर एसडीआरएफ व डीडीआरएफ द्वारा कल दिन से रेस्क्यू कार्य प्रारम्भ कर यात्रियों को सुरक्षित निकालने का कार्य किया गया है। कल कुल 52 यात्रियों को सुरक्षित निकालने के उपरान्त उनके गन्तव्य के लिए रवाना किया गया था।

आज प्रातः काल इस स्थान पर पुनः रेस्क्यू कार्य शुरू हो गया है। जो लोग बणतोली तक व आसपास पहुंच चुके हैं, उनको एसडीआरएफ व डीडीआरएफ द्वारा रेस्क्यू रस्सियों की मदद से रिवर क्रासिंग मैथड से सुरक्षित पार करवाया जा रहा है। जो लोग इस स्थल से ऊपर की तरफ हैं, उनको नानू खर्क में बने अस्थाई हैलीपेड से हैलीकॉप्टर से रांसी तक छोड़ा जा रहा है।

वहीं तहसीलदार उखीमठ दीवान सिंह राणा ने बताया कि मदमहेश्वर घाटी में अतिवृष्टि के कारण ग्राम गौंडार में बणतोली स्थान पर पैदल मार्ग को जोड़ने वाला पुल एवं मार्ग का कुछ हिस्सा बहने के कारण वहां फंसे श्रद्धालुओं का जिलाधिकारी के निर्देशन में हेली सेवा के माध्यम से रेस्क्यू किया जा रहा है हेली सेवा के माध्यम से सुबह से ही रेस्क्यू कार्य किया जा रहा है सुबह से 68 श्रद्धालुओं का रेस्क्यू किया गया है। कल सायं को 52 लोगों का रेस्क्यू किया गया था। अब तक 120 श्रद्धालुओं का रेस्क्यू कर लिया गया है। बाकी श्रद्धालुओं का रेस्क्यू कार्य जारी है।
