पोखड़ा (पौड़ी गढ़वाल)-
घर के आंगन में खेल रही मासूम बच्ची को गुलदार ने बनाया निवाला,चार साल की बच्ची की हुई दर्दनाक मौत,घर से कुछ दूरी पर मिला शव,पोखड़ा रेंज के श्रीकोट गांव की घटना,घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल।
बीते कई दिनों से जनपद पौड़ी के चौबट्टाखाल विधानसभा क्षेत्र के पोखडा ब्लॉक में गुलदार का आतंक छा रखा है कही पशुवों ओर कही इंसानो को बना रहा निवाला आज चौबट्टाखाल विधानसभा के पोखड़ा ब्लॉक के श्रीकोट गांव के जितेंद्र सिंह की चार वर्षीय पुत्री को गुलदार आँगन से उठा लें गया जिसकी काफ़ी खोजबीन के बाद बच्ची का शव मिला है। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्त्ता पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुरेन्द्र रावत ने वन विभाग से इस आदमखोर गुलदार को मारने की मांग की है।
उत्तराखंड में मानव-वन्यजीव संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बढ़ रही गुलदार की गतिविधियों ने स्थानीय लोगों के जीवन को खतरे में डाल दिया है। ताजा मामला पौड़ी गढ़वाल के पोखड़ा रेंज स्थित श्रीकोट गांव से सामने आया है, जहां गुलदार ने एक चार वर्षीय मासूम बच्ची को निवाला बना लिया।
घटना शुक्रवार रात करीब आठ बजे की बताई जा रही है। मृत बच्ची की पहचान रिया (4 वर्ष), पुत्री जितेंद्र रावत के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार, रिया घर के बाहर खेल रही थी, तभी गुलदार ने अचानक उस पर हमला कर दिया और उसे घसीटते हुए जंगल की ओर ले गया। शोर सुनकर परिजन और ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़े और बच्ची की तलाश शुरू की। कुछ ही दूरी पर बच्ची का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ।
घटना की जानकारी मिलते ही गढ़वाल वन प्रभाग के रेंजर नक्षत्र शाह अपनी टीम के साथ मौके के लिए रवाना हो गए। वन विभाग ने गांव और आसपास के क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। वहीं, घटना के बाद से पूरे गांव में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोग अपने बच्चों को घर से बाहर भेजने में डर महसूस कर रहे हैं।
बढ़ता मानव-वन्यजीव संघर्ष बन रहा चिंता का विषय⤵️
उत्तराखंड के विभिन्न पहाड़ी क्षेत्रों में गुलदार की बढ़ती आमद और हमलों की घटनाएं चिंता का विषय बन गई हैं। खासकर छोटे बच्चों और बुजुर्गों को निशाना बनाए जाने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग की ओर से समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता, जिससे हालात दिन-ब-दिन गंभीर होते जा रहे हैं।