श्रीनगर गढ़वाल-हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि की स्थापना के स्वर्ण जयंती वर्ष पर विवि की स्थापना के 50 वर्षों की यात्रा का अभिलेखीकरण किया जाएगा। इसके लिए विवि द्वारा अभिलेखकीकरण समिति का गठन किया गया है। समिति द्वारा विवि की स्थापना के लिए आम जनमानस द्वारा किए गए संघर्षों से संबंधित घटनाक्रमों तथा स्मृतियों एवं स्थापना से अब तक विवि द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में अर्जित उपलब्धियों के संकलन का प्रस्तुतिकरण करेगी। इसके लिए समिति द्वारा 30 सितंबर तक आम जनमानस से स्थापना काल से अब तक के संबंधित दस्तावेज (समाचार पत्रों की कटिंग, पुस्तकों में प्रकाशित लेख, पत्र) आदि सहित संस्मरण आमंत्रित किए गए हैं।अभिलेखीकरण समिति के संयोजक डा. एसएस बिष्ट ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि गढ़वाल विवि स्थापना के 50 साल पूरे करने जा रहा है। कहा गढ़वाल विवि की स्थापना लंबे संघर्ष व जन आंदोलन के बाद हुई। यह आंदोलन महिला शक्ति की सक्रिय भागीदारी के लिए विशेष रूप से उल्लेखनीय है। विवि की स्थापना के लिए एवं स्थापना के बाद से अब तक के कालखंड में इसकी उपलब्धियों के प्रति समर्पित भाव से संलग्न रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति के योगदान को वर्तमान समाज तक सुलभ कराने के उद्देश्य से विवि द्वारा सबंधित घटनाओं, विवरणों एवं सूचनाओं के संकलन के विनिश्चय के साथ इसके प्रस्तुतिकरण को विभिन्न माध्यमों से समाज तक सुलभ करने का लक्ष्य रखा गया है। कहा स्वर्ण जयंती वर्ष पर विवि के तीनों परिसरों में विवि स्थापना से संबंधित घटनाओं एवं अभिलेखों की पोस्टर प्रदर्शनी, वृत चित्र प्रदर्शनी एवं विवि के किसी प्रमुख स्थल पर स्थापना स्मृति दीवार बनाए जाने की योजना भी है। जिसमें विवि आंदोलन के सभी प्रमुख आंदोलनकारियों के नाम अंकित किए जाएंगे। समिति में डा. सर्वेश उनियाल, इं. महेश डोभाल, डा. नागेंद्र रावत, डा. कपिल पंवार शामिल हैं।