ब्यूरो-देश में कोरोना के रोजाना 300 से ज्यादा केस मिल रहे हैं. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय पहले ही सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी कर चुका है. इसमें हर स्तर पर सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकारे भी सतर्क हो गई हैं. उत्तराखंड सरकार कोविड-19 के नए वेरिएंट जेएन-1 को लेकर सतर्क हो गयी है. प्रदेश भर में कोरोना के इस नए वेरिएंट को लेकर एडवाइजरी जारी की गयी है. स्वास्थ्य सचिव आर. राजेश कुमार ने कुछ राज्यों में जेएन.1 वेरिएंट के रोगियों की संख्या बढ़ रही है. ऐसे में प्रदेश के सभी जिलों और अस्पतालों में कोरोना की रोकथाम के लिए हरसंभव प्रयास किये जाएं।
स्वास्थ्य सचिव ने दिए निर्देश
स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार ने सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी किये हैं कि अस्पतालों में कोविड से बचाव के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करें. साथ ही सांस, फेफड़े और हृदय रोगियों की निगरानी की जाएं और उनके इंन्फुंएजा की जांच की जाए. अस्पतालों से ऐसे मरीजों की सभी जानकारी इंटीग्रेटिड हेल्थ इंफोरमेशन प्लेटफार्म पोर्टल में दर्ज करने के निर्देश भी दिये गये हैं. इसके साथ ही लोगों को श्वसन स्वच्छता के प्रति भी जागरूक किया जाएं.
गौरतलब है कि प्रदेश में अब तक कोविड-19 के नए वेरिएंट जेएन.1 का कोई मरीज नहीं है. एहतियात के तौर पर प्रदेश के सभी अस्पतालों को अलर्ट किया गया है. स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर आर राजेश कुमार ने राज्य के समस्त जिला अधिकारी, समस्त मुख्य चिकित्साधिकारी को पत्र लिखा है. इस पत्र में लिखा गया है कि कुछ राज्यों में कोविड-19 के रोगियों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है. इसी कम में जनपद स्तर पर कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए निरंतर निगरानी की जानी अतिआवश्यक है.