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पपड़ासू में गौ रक्षा धाम निर्माण के साथ रैंतोली में ट्रामा सेंटर खोलने की मांग,
रुद्रप्रयाग। निराश्रित गौवंश संरक्षण एवं सवंर्द्धन को लेकर विश्व अखाड़ा परिषद (गौ रक्षा विभाग) के पदाधिकारियों ने उत्तराखंड गौ सेवा आयोग अध्यक्ष पंडित राजेन्द्र अंथवाल से मुलाकात की। इस दौरान गौ रक्षा विभाग ने बद्रीनाथ हाईवे से सटे पपड़ासू गांव में गौधाम निर्माण के साथ शहरी और ग्रामीण इलाकों में निराश्रित घूम रहे गौवंश संरक्षण को लेकर ज्ञापन भी सौंपा।
विश्व अखाड़ा परिषद (गौ रक्षा विभाग) के पदाधिकारियों ने पौड़ी गढ़वाल के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माँ ज्वालपा देवी मंदिर में गौ सेवा आयोग अध्यक्ष पंडित अंथवाल से मुलाकात करते हुए कहा कि रुद्रप्रयाग में निराश्रित गौवंश की देख-रेख एवं स्वास्थ्य परीक्षण को लेकर कोई सुविधा नहीं है। हर साल इस समस्या के चलते कई निराश्रित गौवंश बीमारियों, दुर्घटना सहित अन्य किसी घटना का शिकार हो रहे हैं। वहीं चारधाम यात्रा के मुख्य पड़ाव केदारनाथ एवं बद्रीनाथ हाईवे पर भी निराश्रित गौवंशों के कारण जाम और अन्य समस्याएं लगातार बनी हुई है। रात के समय भारी वाहन निराश्रित गौवंश को कुचल रहे हैं, जिस कारण गौवंश के पैरों की हड्डियां टूटने से वे अपाहिज हो रहे हैं। अब तक रुद्रप्रयाग शहर में ही एक दर्जन गौवंश को भारी वाहन कुचल चुके हैं।
विश्व अखाड़ा परिषद का गौ रक्षा विभाग पिछले डेढ़ साल से गौवंश संरक्षण को लेकर कार्य कर रहा है। बद्रीनाथ हाईवे से सटे पपड़ासू गांव में अस्थाई टिनशेड में 30 निराश्रित गौवंश की सेवा की जा रही है। गौवंश के घायल या बीमार होने पर पशुपालन विभाग के सहयोग से ट्रीटमेंट किया जा रहा है। गौ रक्षा विभाग की टीम लगातार निराश्रित गौवंश के संवर्द्धन व संरक्षण की मांग भी उठा रहा है, लेकिन दुर्भाग्य यह है कि ग्रामीण इलाकों से गौवंश को छोड़ने का सिलसिला जारी है। ऐसे असामाजिक लोगों के खिलाफ शासन-प्रशासन कोई ठोस कार्यवाही नहीं कर रहा है।
गौ रक्षा विभाग के जिलाध्यक्ष रोहित डिमरी एवं उपाध्यक्ष दीपक नौटियाल ने कहा कि नगर पालिका रुद्रप्रयाग की ओर से रैंतोली में गौधाम निर्माण किया गया है, जहां पर घायल और बीमार गौंवश के लिए ट्रामा सेंटर बनाया जा सकता है। जिससे किसी निराश्रित पशु को घायल करने और बीमार होने पर गौधाम में रखा जा सकता है। यह गौधाम शहर के नजदीक भी है, जहां पर समय-समय पर घायल एवं बीमार पशुओं का इलाज किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ हाईवे से सटी पपड़ासू गांव में गौ रक्षा विभाग को जमीन दान में मिली है, जहां पर 150 गौवंश के लिए गौ रक्षा धाम का निर्माण किया जा सकता है। यहां पर गौवंश के लिए चारापत्ति की कोई समस्या नहीं है, जबकि पानी भी सुचारू रूप से उपलब्ध है। इस मौके पर गौ रक्षा विभाग के कोषाध्यक्ष संदीप कप्रवाण, सचिव दीपक बिष्ट, शैलेश भट्ट, नवनीत नेगी सहित अन्य मौजूद थे।