टिहरी गढ़वाल-भल्डगांव के ग्रामीणों ने पुनर्वास विभाग और टिहरी बांध परियोजना के अधिकारियों पर नियमों की हिलाहवाली करने का आरोप लगाया है. जिसके कारण उनका विस्थापन नहीं हो पा रहा है. विस्थापन की मांग को लेकर ग्रामीण 8 दिन से धरने पर बैठ हैं. ग्रामीणों ने विस्थापन की मांग पर कार्रवाई न होने पर जल समाधि की चेतावनी दी है।
बता दें लगातार हो रही बारिश से भल्डगांव के ग्रामीण दहशत में है. भल्डडगांव के ग्रामीणों ने विस्थापन की मांग को लेकर 8 दिनों से गांव के नीचे टिहरी डैम की झील के किनारे मोर्चा खोला है.टिहरी झील का जलस्तर भी हर दिन बढ़ रहा है. झील का पानी आज रात तक धरनास्थल तक पहुंच जाएगा. जिससे धरने पर बैठे ग्रामीणों की जान माल को नुकसान हो सकता है.
सामाजिक कार्यकर्ता सागर भंडारी ने कहा 8 दिनों से विस्थापन की मांग को लेकर टिहरी झील के किनारे धरने पर बैठे हैं. शासन प्रशासन की तरफ से अभी तक विस्थापन के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई है. उन्होंने शासन प्रशासन को चेतावनी दी की अगर शाम तक विस्थापन से संबंधित कार्रवाई नहीं की गई तो कल सुबह सभी ग्रामीण झील समाधि लेंगे.ग्रामीणों ने कहा अगर गांव के सर्वे के लिए कमेटी बनाई जाती है तो उस कमेटी में टीएचडीसी के अधिकारियों व कर्मचारी नहीं होने चाहिए. जिला प्रशासन अलग से अपनी एक सर्वे कमेटी बनाये. उसी कमेटी से गांव का सर्वे करवाया जाये.भल्डगांव के पूर्व प्रधान कमल सिंह के साथ साथ ग्रामीण महिलाओं ने कहा हमें धरना स्थल पर बैठे 8 दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक ना तो जिलाधिकारी और न ही पुनर्वास विभाग व टीएचडीसी के किसी भी अधिकारी ने हमारी मांगें सुनी हैं. ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कल सुबह टिहरी झील में जल समाधि लेंगे. जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगीएशिया के सबसे बड़े टिहरी डैम की झील के कारण भल्डगांव के ग्रामीण दहशत में हैं. बता दें आजकल लगातार हो रही बारिश से टिहरी झील के बढ़ते जल स्तर के चलते भल्डगांव में भूस्खलन हो रहा है.बढ़ते जलस्तर के कारण भल्डडगांव की जमीन भी धंस रही है. लगातार हो रही बारिश से मकानों में दरारें पड़ने लगी हैं. जिससे ग्रामीणों दहशत में हैं. यही कारण है कि ग्रामीण लंबे समय से विस्थापन की मांग कर रहे हैं.