14 सदस्यों ने सौंपा अविश्वास प्रस्ताव
अध्यक्ष के खिलाफ भाजपा अधिकृत सदस्यों ने भी खोला मोर्चा
रात के अंधेरे में डीएम से कैंप कार्यालय में की मुलाकात, सौंपा अविश्वास
रुद्रप्रयाग। एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत विधानसभा सीट से भारी बहुमत के साथ विजयी श्री रहे, वहीं दूसरी ओर रुद्रप्रयाग जिले में भाजपा से अधिकृत जिला पंचायत सदस्यों ने पार्टी की जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इन सदस्यों के साथ अन्य 10 और सदस्यों ने डीएम से मुलाकात की और जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास पत्र सौंपकर मामले में त्वरित कार्यवाही की मांग की।
जिले में काफी लम्बे समय से जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास लाने का मामला चर्चाओं में था, लेकिन किसी को यह मालूम नहीं था कि रात के अंधेरे में डीएम के कैंप आॅफिस पहुंचकर असंतुष्ट सदस्य डीएम को अविश्वास प्रस्ताव सौंप देंगे। शनिवार की रात करीब साढ़े आठ बजे 14 असंतुष्ट सदस्यों ने डीएम मयूर दीक्षित से उनके कैंप कार्यालय में मुलाकात की और जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सौंपा। इन सदस्यों में चार भाजपा के सदस्य भी शामिल हैं। इनमें दो भाजपा से अधिकृत किये गये थे, जबकि दो जिला संगठन में महत्वपूर्ण पदों में विराजमान हैं। जिला पंचायत सदस्य सविता भंडारी सारी से सदस्य हैं और भाजपा संगठन में जिला उपाध्यक्ष के पद पर भी हैं। जिला पंचायत सदस्य रीना बिष्ट परकंडी से सदस्य हैं और महिला मोर्चा में जिला मंत्री के पद पर हैं। इसके अलावा जिला पंचायत सदस्य सतेरा वार्ड से भूपेन्द्र लाल व जिला पंचायत सदस्य खलियाण वार्ड से मंजू सेमवाल भाजपा अधिकृत प्रत्याशी रहे। वहीं जिला पंचायत उपाध्यक्ष एवं सदस्य भीरी सुमंत तिवाड़ी, जिला पंचायत सदस्य त्रियुगीनारायण बबीता देवी, गुप्तकाशी गणेश तिवारी, कालीमठ विनोद राणा, स्यूर रेखा देवी, खलियाण कुसुम देवी, सुमाड़ी ज्योति देवी, कंडारा सुमन सिंह, सिल्ला बागणगांव कुलदीप सिंह, खंाकरा नरेन्द्र सिंह बिष्ट के भी अविश्वास प्रस्ताव में हस्ताक्षर शामिल हैं। डीएम को सौंपे अविश्वास प्रस्ताव में सदस्यों ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष अपनी मनमानी कर रही हैं। बिना सदस्यों को विश्वास में लिये कार्य किये जा रहे हैं। बोर्ड व सदन में बताये बिना चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्ति की गई। अध्यक्ष की ओर से यात्रा व्यवस्था में घोड़े-खच्चरों से गददी के कार्य को लेकर अनुमोदन नहीं किया गया। निविदा के बिना ही यह कार्य एक व्यक्ति को सौंपा गया। इसके साथ ही राजकीय वाहन का प्रयोग अपने निजी कार्यो में किया जा रहा है। नाराज सदस्यों ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष ने सोनप्रयाग में बिना किसी सूचना के पार्किंग में एक व्यक्ति को बिस्तर लगाने की अनुमति दी, जबकि स्थानीय जिला पंचायत सदस्य को इसकी कोई सूचना नहीं है। इसके साथ ही घोड़े-खच्चरों में लगाई जा रही गद्दी को लेकर भी कोई चर्चा नहीं की। वहीं मामले जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने कहा कि सदस्यों ने कभी इस मामले को लेकर उनसे कोई बात नहीं की और ना ही बोर्ड बैठकों में नाराजगी जाहिर की। उन्हें किसी सूचना और अपर मुख्य अधिकारी को बताये बिना ही डीएम को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा गया। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत सदस्यों की जो भी नाराजगी होगी, वह दूर कर दी जायेगी।