चम्पावत-लव जिहाद का झूठा मामला प्रसारित कर माहौल बिगाड़ने के प्रयासों को चंपावत पुलिस ने नाकाम कर दिया। अब पुलिस इस प्रकरण से सख्ती से निपटेगी। एसओजी मामले की जांच कर रही है। शुरुआती जांच में 15 साल के बच्चे की ओर से संदेश को कई ग्रुप में फैलाने की बात सामने आ रही है।सोमवार शाम को नेपाल सीमा से लगे चंपावत से 51 किमी दूर तल्लादेश क्षेत्र में लव जिहाद का संदेश सोशल मीडिया में वायरल हुआ। वायरल संदेश में नाम के एक हिस्से को बदल कर इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई। झूठे संदेश में एक धर्म विशेष के बुजुर्ग व्यक्ति पर दूसरे धर्म की किशोरी से शादी का जिक्र किया गया है। पुलिस और खुफिया तंत्र को मामले की जानकारी हुई तो संदेश की पड़ताल की गई। जांच में संदेश झूठा पाया गया। एसओजी प्रभारी सुरेंद्र सिंह खड़ायत मामले की जांच कर रहे हैं। शुरुआती जांच में संदेश को आगे बढ़ाने में तल्लादेश के 15 साल के एक बच्चे का नाम आ रहा है। इस बच्चे तक संदेश कहां से पहुंचा, इसकी पड़ताल कराई जा रही है।वहीं एसपी चम्पावत देवेंद्र पींचा ने बताया अफवाह के जरिए सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने की जांच एसओजी से कराई जा रही है। अभी तक की जांच में तल्लादेश के 15 साल के बच्चे का नाम भी आ रहा है। बच्चे से माफीनामा लिखवाया जाएगा। सबसे पहले संदेश फैलाने वालों का नाम को उजागर किया जाएगा। जिले में किसी भी तरह से माहौल को बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा। ऐसे तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।