• About
  • Contact
No Result
View All Result
  • Login
Pahadvasi
  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • अपराध
  • देश-विदेश
  • पर्यटन
  • यूथ
  • शिक्षा
  • खेल
  • स्वास्थ्य
  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • अपराध
  • देश-विदेश
  • पर्यटन
  • यूथ
  • शिक्षा
  • खेल
  • स्वास्थ्य
No Result
View All Result
Pahad Vasi
No Result
View All Result
Home पर्यटन

32 किमी लम्बी मनिणीमाई की लोकजात यात्रा की तैयारियां हुई शुरू

by पहाड़वासी
July 19, 2022
in पर्यटन, रुद्रप्रयाग
Reading Time: 1 min read
0
Share on WhatsappShare on FacebookShare on Twitter

रुद्रप्रयाग: आगामी गुरूवार को राकेश्वरी मंदिर रांसी से शुरू होने वाली 32 किमी लंबी मनणीमाई की लोकजात को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। पांच दिवसीय इस जात के दौरान मां की विशेष पूजा अर्चना के बाद ग्रामीण वापस रांसी लौटेगे।

रांसी मंदिर के पुजारी वीपी भटट ने बताया कि मदमहेश्वर घाटी के अन्तर्गत मनणामाई की लोकजात रांसी से 32 किमी की लंबी उत्तर दिशा की ओर मनणी बुग्याल तक जाती है। इस बार लोकजात का दिन 21 जुलाई यानी गुरूवार को तय हुआ है। पहले दिन मनणी की भोगमूर्ति के साथ स्थानीय लोग रांसी गाँव से यात्रा प्रारम्भ होकर पहले पड़ाव थोली बुग्याल पहुंचेगी। 22 जुलाई से थौली से मनणी नदी को पैदल पार करते हुए अपने धाम मनणी बुग्याल पहुंचेगी। 23 जुलाई को प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में मां की भोगमूर्ति को पूजा अनुष्ठान के मंदिर में स्थापित किया जाता है। भव्य पूजा-अर्चना के बाद देवी की मूर्ति को ब्रह्म कमलों तथा अन्य पुष्पों से ढका जाएगा। इसी दिन लोकजात रात्रि विश्राम के लिए वापस थौली पहुंचेगी। 24 जुलाई को यात्रा सनियारा बुग्याल पहुंचेगी। 25 जुलाई को रांसी गाँव के राकेश्वरी देवी मंदिर में लोकजात का समापन होगा।

Previous Post

सड़क,स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं का दंश झेल रहे पुरोला ब्लॉक के आठ गांव

Next Post

हेलंग की घटना को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

पहाड़वासी

पहाड़वासी

Related Posts

सभी जानवरों को जल्द ही स्वस्थ कर फिर से यात्रा कार्य में लगाया जाएगा: विधायक आशा नौटियाल
उत्तराखंड

सभी जानवरों को जल्द ही स्वस्थ कर फिर से यात्रा कार्य में लगाया जाएगा: विधायक आशा नौटियाल

May 7, 2025
केदारनाथ पड़ावों में “पशुओं पर दया करें” स्लोगन के लगाए स्टिकर
उत्तराखंड

केदारनाथ पड़ावों में “पशुओं पर दया करें” स्लोगन के लगाए स्टिकर

May 4, 2025
विधि- विधान से तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट खुले
उत्तराखंड

विधि- विधान से तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट खुले

May 2, 2025
श्री केदारनाथ धाम पहुची भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली
उत्तराखंड

श्री केदारनाथ धाम पहुची भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली

May 1, 2025
Next Post
हेलंग की घटना को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

हेलंग की घटना को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

No Result
View All Result

Categories

  • Uncategorized (8)
  • अन्य (11)
  • अपराध (168)
  • उत्तराखंड (3,472)
  • कुमाऊं (81)
  • खेल (44)
  • गढ़वाल (144)
  • दुर्घटना (202)
  • देश-विदेश (108)
  • धार्मिक (90)
  • पर्यटन (218)
  • यूथ (77)
  • राजनीति (98)
  • रुद्रप्रयाग (787)
  • शिक्षा (106)
  • सामाजिक (195)
  • स्वास्थ्य (72)

Recent.

खराब मौसम और बर्फबारी के बीच हेमकुंड साहिब मार्ग को खोलने में डटे भारतीय सेना के जवान,25 मई को श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे सिखों के पवित्र धाम श्री हेमकुंड साहिब के कपाट

खराब मौसम और बर्फबारी के बीच हेमकुंड साहिब मार्ग को खोलने में डटे भारतीय सेना के जवान,25 मई को श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे सिखों के पवित्र धाम श्री हेमकुंड साहिब के कपाट

May 8, 2025
कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने सोनप्रयाग पहुंच कर पशु प्रबंधन व्यवस्थाओं एवं यात्रा व्यवस्थाओं का किया धरातलीय निरीक्षण

कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने सोनप्रयाग पहुंच कर पशु प्रबंधन व्यवस्थाओं एवं यात्रा व्यवस्थाओं का किया धरातलीय निरीक्षण

May 8, 2025
गंगोत्री की ओर जा रहा हेली क्रेश, एसडीआरएफ व स्थानीय प्रशासन ने संभाला मोर्चा

गंगोत्री की ओर जा रहा हेली क्रेश, एसडीआरएफ व स्थानीय प्रशासन ने संभाला मोर्चा

May 8, 2025

A Local pahad news and cultural network of Uttarakhand

© 2022 Pahadvasi. All Rights Reserved

No Result
View All Result
  • उत्तराखंड
  • राजनीति
  • अपराध
  • देश-विदेश
  • पर्यटन
  • यूथ
  • शिक्षा
  • खेल
  • स्वास्थ्य

© 2022 Pahadvasi. All Rights Reserved

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

You cannot copy content of this page