श्रीनगर। कीर्तिनगर तहसील के अंतर्गत ग्राम सभा बागवान में राज्य सरकार द्वारा एलएंडटी कम्पनी को अलकनंदा नदी किनारे स्थित नए खनन पट्टे आवंटित किए जाने पर ग्रामीणों ने रोष व्यक्त किया है। शुक्रवार को देवप्रयाग जन अधिकार मोर्चा के संस्थापक गणेश भट्ट एवं ग्राम प्रधान नरेश कोठियाल के नेतृत्व में ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी कीर्तिनगर में धरना प्रदर्शन कर राज्य सरकार के खिलाफ प्रर्दशन किया। इस मौके पर समाजसेवी गणेश भट्ट ने कहा कि राज्य सरकार लगातार पहाड़ों में बड़ी-बड़ी कम्पनियों को विकास के नाम पर ठेके दे रही है। जिस कारण पहाड़ खोखले हो रहे हैं, नदियाँ सूख रही हैं खेत और जंगल बर्बाद हो रहे है एवं गाँव के गाँव खाली हो रहे है। भट्ट ने कहा कि यदि एल एंड टी कम्पनी को नदी किनारे दिए गए नए खनन पट्टे को निरस्त नहीं किया गया तो यह कम्पनी रेलवे परियोजना के नाम पर 6 महीने में नदी किनारे के सभी पत्थर और रेत सामग्री को समाप्त कर देगी और यहाँ का जल, जंगल और जमीन बर्बाद कर देगी। कहा कि भविष्य में क्षेत्र के 150 से अधिक गाँवों के ग्रामीणों को ना मकान आदि कार्यों हेतु पत्थर और रेत मिल पायेगा ना स्थानीय ठेकेदारों को यह पट्टा मिलेगा और ना ही घोडा और मालगाड़ी संचालकों को रोजगार मिल पायेगा। ग्राम प्रधान नरेश कोठियाल ने कहा कि ग्राम सभा द्वारा एक वर्ष पूर्व ही जिलाधिकारी टिहरी, क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी एवं मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार को एल एंड टी कम्पनी को पट्टा न देने के विषय में आपति दर्ज कर चुकी थी, बावजूद आज एलएंडटी कम्पनी को नया खनन पट्टा आवंटित कर देना बेहद निंदनीय है। कहा कि यदि 10 दिनों में एलएंडटी का खनन पट्टा निरस्त नहीं किया गया तो समस्त ग्रामवासी कम्पनी एवं शासन प्रशासन के विरुद्ध बड़ा आन्दोलन शुरू करेंगे। धरना देने वालों में क्षेत्र पंचायत सदस्य भारती रावत, भल्लेगांव क्षेत्र पंचायत सदस्य चंद्रकला देवी, राम प्रसाद, मथुरा प्रसाद, सुभाष चौहान, अतुल चौहान, शूरवीर सिंह रावत, उदय रावत, नागेंद्र, दीपा देवी, सुधा देवी, अनीता देवी, प्रमिला देवी, विवेक भट्ट, अनिल पांडे, हर्ष लाल, गब्बू लाल, विनोद लाल, नरेंद्र लाल, भारती लाल सहित आदि मौजूद थे।