देहरादून-अंकिता भंडारी हत्याकांड में कांग्रेस ने सरकार पर सफेदपोश अपराधियों को बचाने का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की। सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल और द्वाराहाट विधायक मदन बिष्ट ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेस सरकार पर संगीन आरोप लगाए। साथ ही सरकार से रिसोर्ट में आने वाले उस वीआईपी का नाम भी सार्वजनिक करने की मांग की जिसका उल्लेख अंकिता की वाट्सअप चेट में आया है। इसके लिए कांग्रेस ने सरकार को 24 घंटे का वक्त दिया है।दोपहर राजीव भवन में तीनों नेताओं ने सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार पहले दिन से ही अंकिता हत्याकांड में असली दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है। अंकिता के हत्यारोपियों के खिलाफ कार्रवाई में पुलिस की भूमिका पहले दिन से ही शक के दायरे में है। उन्हें पुलिस रिमांड में न लेकर न्यायिक अभिरक्षा में भेजने से यह साबित भी हो रहा है।
माहरा, गोदियाल और बिष्ट ने कहा कि क्या बात है कि पुलिस के बड़े अधिकारी की फोटो यूकेएसएसएससी पेपर लीक घोटाले के मास्टर माइंड हाकम सिंह के साथ भी दिखाई देती हैं। और जब अंकिता हत्याकांड के आरोपी पुलकित का पिता मिलने आता तो वो अफसर कुर्सी से उठकर उन्हे सलाम करता है और फोटो खिंचवाता है। जब विभाग का बड़ा अफसर ही अपराधियों के प्रति इतना विनम्र है तो भला निचला पुलिस कर्मी कैसे सच को आगे रखेगा? उन्होंने कहा कि प्रदेश की पुलिस सरकार और आरएसएस की कठपुतली बनकर काम कर रही है। इससे सच सामने आने की उम्मीद कम ही है।इसलिए अंकिता हत्याकांड की सीबीआई जांच होना जरूरी है।