पिथौरागढ़-पिथौरागढ़ नगर के मध्य स्थित जूनियर हाईस्कल लिन्ठयुड़ा में पिछले दो दिनों से छात्राएं मास हिस्टीरिया की चपेट में हैं। दो दिनों में आठ छात्राएं बेहोश हो चुकी हैं। शुक्रवार को चिकित्सा टीम विद्यालय पहुंची। आज शनिवार को विद्यालय में मनोचिकित्सक काउंसलिंग करेंगे। गुरुवार को विद्यालय की दो छात्राएं अचानक रोने-चिल्लाने लगीं, इन्हें देख दो अन्य छात्राओं ने भी रोना और चिल्लाना शुरू कर दिया। स्कूल की प्रधानाचार्या सावित्री मेहता ने छात्राओं को अलग कक्ष में बैठाया, कुछ देर बाद छात्राएं शांत हो गईं, उन्हें घर भेज दिया गया। शुक्रवार को भी विद्यालय में फिर चार छात्राओं में यही लक्षण दिखाई दिए। कक्षाओं में बैठी छात्राएं अचानक रोने-चीखने लगीं। छात्राओं को इस तरह रोता चिल्लाता देख अन्य छात्राएं सहम गईं।स्कूल की प्रधानाचार्य ने इन छात्राओं को अलग ले जाकर समझाया, इसके बाद छात्राएं शांत हो गईं। विद्यालय की ओर से इसकी जानकारी स्वास्थ विभाग को दी गई। बेस चिकित्सालय की स्टाफ नर्स विद्यालय पहुंची और छात्राओं को किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तन की जानकारी दी। जिला चिकित्सालय के मनोरोग चिकित्सक डा. एलएम भट्ट ने कहा है कि यह मास हिस्टीरिया का मामला है। किशोरावस्था में कभी कभार बालिकाओं में ऐसा देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि शनिवार को मनोचिकित्सा विभाग के काउंसलर विद्यालय जाकर बालिकाओं की काउंसलिंग करेंगे। इस घटना से बालिकाओं के अभिभावक परेशान हैं। आपको बता दें कि पहले भी स्कूल में इस तरह की घटना सामने आ चुकी है। जिसके बाद अभिभावक ने इसे दैवीय प्रकोप बता था जबकि स्वास्थ्य विभाग ने इसे मास हिस्टीरिया के लक्षण बताया था।