रुद्रप्रयाग–
प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान और प्रकृति के प्रति समर्पण के पर्व हरेला के पावन अवसर पर केदारनाथ मंदिर परिसर एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में विशेष वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आयोजन जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग के सौजन्य से तथा शहरी विकास निदेशालय के निर्देशानुसार संपन्न हुआ, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में हरियाली बढ़ाने और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने की दिशा में एक ठोस पहल करना रहा।कार्यक्रम के अंतर्गत 150 विभिन्न प्रकार के वातावरण अनुकूल पौधों का रोपण किया गया, जिनमें प्रमुख रूप से हिमालयी क्षेत्र में पनपने वाली प्रजातियाँ सम्मिलित थीं। यह पौधे न केवल प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाएंगे, बल्कि तीर्थ यात्रियों को स्वच्छ वायु, छाया और पर्यावरणीय सुरक्षा भी प्रदान करेंगे।

इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों ने वृक्षारोपण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज के समय में पर्यावरण संरक्षण केवल एक आवश्यकता नहीं, बल्कि हमारी नैतिक जिम्मेदारी बन गई है। “हरेला” पर्व हमें प्रकृति के प्रति आभार प्रकट करने और उसे सहेजने की प्रेरणा देता है।कार्यक्रम के समापन पर अधिकारियों द्वारा यह भी आश्वासन दिया गया कि लगाए गए पौधों की नियमित देखरेख और संरक्षण सुनिश्चित किया जाएगा ताकि वे भविष्य में एक समृद्ध और हरा-भरा केदारनाथ क्षेत्र विकसित करने में सहायक बन सकें।
इस पावन अवसर पर कार्यक्रम में बीकेटीसी (बदरी-केदार मंदिर समिति) के सदस्य, यात्रा मजिस्ट्रेट कृष्णा त्रिपाठी, मंदिर समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय थपलियाल, वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित उमेश चन्द्र पोस्ती, देवेश चन्द्र बाजपेई, द्वारिका प्रसाद शुक्ला, सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी, तीर्थ पुरोहित,श्रद्धालु और सुलभ इंटरनेशनल के पर्यावरणमित्र उपस्थित रहे।
