रुद्रप्रयाग-विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में एक बार फिर से बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। बर्फबारी के कारण धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य भी प्रभावित हो गये हैं और धाम में पुनर्निर्माण कार्य कर रहे मजदूरों को ठंड का सामना करना पड़ रहा है। केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद पहली बार धाम में बर्फबारी हुई है।
विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में एक बार फिर से मौसम खराब हो गया है। मौसम खराब होने के कारण केदारनाथ धाम में जमकर बर्फबारी हो रही है। बर्फबारी के कारण धाम में लगातार ठंड बढ़ती ही जा रही है और ठंड व बर्फबारी के कारण धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद भी धाम में द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य चल रहे हैं। यह कार्य दिसम्बर अंत तक चलते रहेंगे। द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य में चिकित्सालय, आस्था पथ, तीर्थ पुरोहितों के लिए पक्के घर आदि बनाये जा रहे हैं, लेकिन मौसम खराब होने के कारण पुनर्निर्माण कार्यों में बाधा पहुंच रही है। वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम में हुई बर्फबारी का असर निचले क्षेत्रों में भी देखा जा रहा है। निचले क्षेत्रों में भी अब ठंड शुरू हो गई है।
केदारनाथ धाम में इस बार 31 दिसंबर तक निर्माण कार्य जारी रखने का लक्ष्य रखा गया है। यदि मौसम ठीक रहा तो आगे भी निर्माण कार्य जारी रखा जायेगा, लेकिन जिस तरह से अभी से धाम में धाम में बर्फबारी हो रही है, उससे लगता नहीं कि धाम में दिसम्बर अंत तक कार्य किये जाने संभव हो पायेंगे। केदारनाथ धाम में दिसंबर महीने बाद बर्फ जमनी शुरू हो जाती है। दिसंबर तक पांच से छः फीट तक बर्फ जम जाती है, जिससे निर्माण कार्य जारी रखना संभव नहीं हो पाता है। अभी केदारनाथ धाम में दो से तीन इंच बर्फ गिर चुकी है।
वहीं डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य चल रहे हैं। यह कार्य दिसम्बर माह तक जारी रहेंगे। काफी संख्या में मजदूर निर्माण कार्यो में लगे हुए हैं। वर्तमान में वाॅटर एटीएम, गेस्ट हाउस, क्यू मैनेजमेंट, पुल सहित अन्य निर्माण कार्य धाम में चल रहे हैं। भारी सामान को चिनूक हेलीकाॅप्टर की मदद से केदारनाथ धाम पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यो में कुछ कार्यो को दिसम्बर अंत तक पूरा कर लिया जायेगा, जबकि अन्य कार्यो को अगले सीजन में पूरा करने के प्रयास किये जायेंगे।