रुद्रप्रयाग। जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग की सड़कों पर हुए अतिक्रमण के खिलाफ जल्द ही प्रशासन का बुलडोजर चलने वाला है। तूना-बौंठा मोटर मार्ग पर करीब 40 लोगों ने अतिक्रमण किया है। अतिक्रमणकारियों ने सड़क के दो से तीन मीटर तक के हिस्से पर अतिक्रमण कर अपने मकान खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने ऐसे मकानों पर मार्किंग करके अतिक्रमण हटाने के लिए 15 दिन का समय दिया है। ऐसे में इन 15 दिनों के भीतर अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है तो प्रशासन अपने तरीके से उन्हें हटाने की कार्रवाई करेगा।
दरअसल, रुद्रप्रयाग की सड़कों पर स्थानीय लोगों की ओर से जमकर अतिक्रमण किया गया है। आलम ये है कि सड़क के दो से तीन मीटर के हिस्से पर अतिक्रमण कर लोगों ने अपने घर बना दिए हैं। नौ मीटर चौड़ी सड़क मात्र पांच से छह मीटर तक रह गई है। अतिक्रमण करके बनाए गए घरों के कारण यहां आए दिन जाम की समस्या रहती है। सबसे ज्यादा तूना-बौंठा मोटर मार्ग पर दो से तीन किमी के दायरे में अतिक्रमण किया गया है।
लोक निर्माण विभाग और तहसील प्रशासन ने कुछ दिन पहले ही निरीक्षण करके अतिक्रमणकारियों को 15 दिन के भीतर अतिक्रमण हटाने के निर्देश देने के साथ ही नोटिस जारी किए थे, लेकिन स्थानीय लोग अतिक्रमण हटाने के बजाय अतिक्रमण करते ही जा रहे हैं। सड़क पर अतिक्रमण होने से दोनों ओर नालियां तक नहीं हैं। नाली न होने से बरसात का पानी सड़क पर ही बहता रहता है। जिस कारण इस सड़क पर आवाजाही करना खतरनाक होता है। यहां एक दो नहीं, बल्कि चालीस से ज्यादा लोगों ने अतिक्रमण किया है।
रुद्रप्रयाग तहसीलदार मंजू राजपूत ने बताया कि तूना-बौंठा मोटर मार्ग पर कई लोगों ने अतिक्रमण किया है। जिस कारण हर समय सड़क पर जाम की समस्या बनी रहती है और बरसात में गंदा पानी सड़क में बहता है। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण किए जाने के बाद प्रशासन की संयुक्त टीम ने निरीक्षण करके मार्किंग की है। 40 से ज्यादा परिवार हैं, जिन्होंने अतिक्रमण किया है। अतिक्रमणकारियों को 15 दिन का नोटिस दिया जा रहा है। अगर ये लोग अतिक्रमण नहीं हटाते हैं तो फिर बुलडोजर से अतिक्रमण ढहाया जाएगा।