जोशीमठ(चमोली)-आर्किलाजिकल सर्वे आफ इंडिया (एएसआई) की टीम ने बदरीनाथ मंदिर के सिंह द्वार और लक्ष्मी मंदिर की दीवारों पर आई हल्की दरारों का परीक्षण कार्य शुरू कर दिया है। प्रथम परीक्षण फेज के तहत दरारों को विशेष तरह के शीशे की छड़ों से पैक कर दिया गया है। ताकि किसी भूगर्भीय हलचल का अंदाजा लगाया जा सके। साथ ही दरारों के आकार घटने बढ़ने का आंकलन हो सके।
एएसआई के ट्रीटमेंट एक्सपर्ट टीम के नीरज मैठाणी तथा आशीष सेमवाल ने बताया कि इन ग्लासों की कुछ समय निगरानी की जायेगी। दरार कितनी बढ़ी है या फिर स्थिर है इसके आधार पर संरक्षण कार्य किया जायेगा। बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय तथा मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार के साथ एएसआई तथा मंदिर समिति की टीम ने मंदिर के सिंह द्वार, लक्ष्मी मंदिर का निरीक्षण किया भी किया। मौके पर अधिशासी अभियंता अनिल ध्यानी, अवर अभियंता गिरीश रावत, डा. हरीश गौड़, अजीत भंडारी आदि मौजूद रहे।