उत्तरकाशी-रवांई घाटी के बड़कोट में आयोजित पांच दिवसीय रवांई शरदोत्सव एवं विकास मेले का रंगारंग शुभारंभ हुआ। शनिवार को मां भगवती की डोली की उपस्थिति में मेले का विधिवत उद्धघाटन बतौर मुख्य अतिथि प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने किया।लोक संस्कृति के प्रचार-प्रसार, सरंक्षण एवं क्षेत्र की प्रतिभाओं को निखारने के लिए बड़कोट नगर में हर वर्ष आयोजित होने वाला रवांई शरदोत्सव एवं विकास मेला कोरोना महामारी के कारण बीते तीन सालों तक नहीं हो पाया था और अब इस बार रवांई शरदोत्सव एवं विकास मेले का भव्यता के साथ फिर से आगाज हो गया।
मेले के पहले दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ छात्राओं द्वारा स्वागत गान से किया गया। जिसके बाद विभिन्न विद्यालयों के छात्र छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। रवांई शरदोत्सव मेले में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि मेले हमारे मेलजोल के संवाहक हैं तथा इन्हीं मेलों के माध्यम से हमारी पौराणिक संस्कृति का प्रचार प्रसार होता है। रवांई की संस्कृति की अपनी अलग पहचान है, यहां पर पलायन ना के बराबर है, क्योंकि यहां की संस्कृति सभ्यता दोनों का ही संरक्षण हुआ है। उन्होंने नगर के वार्डों के विकास के लिए अवस्थापना मद से 35 लाख रुपये देने की घोषणा की। नगर पालिका अध्यक्ष अनुपमा रावत ने सभी का आभार व्यक्त किया।